शनि शिंगणापुर मंदिर से निकाले गए मुस्लिम कर्मचारी, मौलाना एजाज कश्मीरी बोले- नफरत का माहौल बनाया जा रहा

मुंबई, 14 जून . महाराष्ट्र के अहिल्यानगर (पूर्व में अहमदनगर) जिले में स्थित प्रसिद्ध शनि शिंगणापुर मंदिर के ट्रस्ट ने हाल ही में 114 मुस्लिम कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है. मंदिर ट्रस्ट के फैसले पर उलेमा-ए-हिंद मुंबई के सदस्य मौलाना एजाज कश्मीरी ने सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि शनि शिंगणापुर के ट्रस्ट को इस पर विचार करना चाहिए.

मौलाना एजाज कश्मीरी ने से बात करते हुए कहा, “शनि शिंगणापुर में जो फैसला लिया गया है, वह वहां काम करने वाले लोगों के मुसलमान होने की वजह से लिया गया है. वे मुस्लिम थे, इसलिए उन्हें नौकरी से निकाला गया है. मैं पूछना चाहता हूं कि गल्फ देशों में अब आप क्या करेंगे. दुबई हो या सऊदी अरब, वहां हमारे हिंदू भाई काम करते हैं. पिछले 10 से 12 सालों में देश में जिस प्रकार से नफरत का माहौल बनाया गया, उसका ही नतीजा देखने को मिल रहा है.”

मौलाना एजाज कश्मीरी ने कहा, “मैं पूछता हूं कि वे लोग देश को किस तरफ लेकर जाना चाहते हैं. देश में 25 करोड़ से ज्यादा मुस्लिम आबादी है, वे उसका क्या करेंगे? जो शनि शिंगणापुर मंदिर में हुआ है, इस तरह की हरकतें ठीक नहीं हैं.”

उन्होंने कहा, “पड़ोसी मुल्क (पाकिस्तान) हमारे देश में नफरत फैलाना चाहते हैं और यह घटना उनके लिए फायदेमंद होगी, इससे हमारा नुकसान होगा. अगर आप किसी के पीठ पर मारेंगे तो आदमी बर्दाश्त करेगा, लेकिन पेट पर मारोगे तो कौन बर्दाश्त करेगा? मैं पूछता हूं कि यह देश कहां चला गया है, जिस देश में लोग एक साथ बैठकर काम करते थे. आज यह नौबत आ गई है कि वहां एक दूसरे को पसंद नहीं किया जाता है. हमने पिछले कुछ दिनों में देखा है कि अगर खाना ले जाने वाला शख्स मुस्लिम है तो उसके साथ किस तरह से व्यवहार किया जा रहा है. मुस्लिमों को बिल्डिंगों में घर लेने नहीं दिया जा रहा है. सरकार को इस बात को समझना होगा, क्योंकि यह देश हमारा घर है. देश में तरक्की होगी, जब आपस में शांति बनी रहेगी.”

मौलाना एजाज कश्मीरी ने ट्रस्ट के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा, “उन्होंने किसके दबाव में ऐसा फैसला लिया है? ऐसा करने वाले वे कौन लोग होते हैं? अगर उन्हें अपने धर्म से इतना प्यार है तो खाड़ी देशों में रहने वाले हिंदू भाइयों को बुलाएं और अपने घरों में उन्हें नौकरी दें. हालांकि, वे ऐसा कभी नहीं करेंगे और उन्हें नफरत फैलाने के अलावा कुछ नहीं आता है. शनि शिंगणापुर ट्रस्ट और सरकार को इस पर विचार करना चाहिए. अगर देश की तरक्की चाहिए तो गंदी सोच से बाहर निकलना होगा.”

एफएम/जीकेटी