इस्लामाबाद, 16 सितंबर . ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत प्रमुख आतंकी ढांचे को ध्वस्त करने के महीनों बाद, जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के एक कमांडर ने स्वीकार किया कि बहावलपुर में भारतीय सशस्त्र बलों के हमलों में आतंकवादी संगठन के संस्थापक मसूद अजहर का परिवार ‘टुकड़े-टुकड़े’ हो गया.
भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने social media पर चल रहे एक वीडियो की रिपोर्ट दी, जिसमें जैश-ए-मोहम्मद का कमांडर मसूद इलियास कश्मीरी सशस्त्र कर्मियों के साथ India के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान आतंकवादी समूह को हुए भारी नुकसान की बात स्वीकार कर रहा है.
पहलगाम आतंकी हमले के बाद India ने Pakistan और Pakistan के कब्जे वाले कश्मीर में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) के उच्च-मूल्य वाले आतंकी ठिकानों को नष्ट करके जवाबी कार्रवाई की थी.
बाद में Pakistan ने स्वयं पुष्टि की कि बहावलपुर, कोटली और मुरीदके सहित नौ स्थलों पर हमला किया गया है – ये क्षेत्र लंबे समय से आतंकवादियों के गढ़ माने जाते हैं.
बहावलपुर Pakistan का 12वां सबसे बड़ा शहर और जैश-ए-मोहम्मद की गतिविधियों का एक प्रमुख केंद्र है. यहां जामिया मस्जिद सुभान अल्लाह में इस आतंकी समूह का मुख्यालय है, जिसे उस्मान-ओ-अली परिसर भी कहा जाता है.
एक सभा को संबोधित करते हुए मसूद इलियास कश्मीरी ने कहा, “आतंकवाद की यह बकवास, जिसे हम अपने दिल के करीब रखते हैं, इस देश (Pakistan) की वैचारिक और भौगोलिक सीमाओं के लिए, कभी हम दिल्ली से भिड़ गए, कभी काबुल से और कभी कंधार से.”
उन्होंने कहा, “सब कुछ कुर्बान करने के बाद, 7 मई को मौलाना मसूद अजहर के परिवार को, जिसमें उसकी महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे, बहावलपुर में मार डाला गया और टुकड़े-टुकड़े कर दिया गया.”
संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकवादी घोषित मसूद अजहर द्वारा कश्मीर में जिहाद का आह्वान किए जाने के बाद 2000 के दशक के प्रारंभ में गठित जैश-ए-मोहम्मद ने भारतीय धरती पर कई हमले किए हैं.
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के सटीक हमलों के बाद, Pakistanी मीडिया ने यह भी बताया कि अजहर ने स्वयं स्वीकार किया कि भारतीय हमले में उसके परिवार के 10 सदस्य मारे गए.
–आईएएएस
पीएसके