फर्रुखाबाद, 19 फरवरी . लद्दाख क्षेत्र के न्योमा में 16 फरवरी को एक हादसे में दो सैनिक शहीद हो गए थे. उनमें फर्रुखाबाद के नायब सूबेदार सुनील कुमार भी शामिल थे. बुधवार को पूरे सैन्य सम्मान के साथ उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में उनके पैतृक गांव में शहीद का अंतिम संस्कार हुआ.
सुनील कुमार का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव दुल्लामई में हुआ. वह 6 मार्च 2009 को फिरोजपुर, पंजाब में बंगाल इंजीनियर यूनिट में सिपाही के रूप में भर्ती हुए थे. बाद में पदोन्नत होकर वह नायब सूबेदार बने थे. उनकी तैनाती हाल ही में लद्दाख में थी.
सुनील कुमार के भाई ने बताया कि 16 फरवरी को सुबह करीब 9:30 बजे सुनील कुमार अपने कार्यालय के बाहर खड़े थे, तभी अचानक पानी की टंकी फट गई और उसकी चपेट में आकर वह शहीद हो गए. शहीद होने वाले दूसरे सैनिक सूबेदार संतोष कुमार पंजाब के रहने वाले थे.
सुनील कुमार का पार्थिव शरीर उनके गांव दुल्लामई भेजा गया. वहां पर बुधवार सुबह लगभग 10 बजे शहीद को नम आंखों से अंतिम विदाई दी गई. पूरा माहौल गमगीन था. इस मौके पर सांसद मुकेश राजपूत, जिलाधिकारी आशुतोष कुमार द्विवेदी, पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने शहीद के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी.
इसके बाद शहीद को अंतिम सलामी दी गई और उनका अंतिम संस्कार किया गया. शहीद के पुत्र ईशू ने अपने पिता को मुखाग्नि दी. इस दौरान बड़ी संख्या में गांववाले और जनप्रतिनिधि मौजूद थे, जिनमें समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष चंद्रपाल सिंह यादव और संकिसा अध्यक्ष पति प्रतिनिधि राहुल राजपूत भी शामिल थे.
पूरे गांव ने शहीद के समर्पण और बलिदान को श्रद्धांजलि अर्पित की.
–
एसएचके/एकेजे