शहीदी दिवस जनरल शाम सिंह अटारीवाला को क‍िया याद

अमृतसर, 10 फरवरी . महान सिख जनरल सरदार शाम सिंह अटारीवाला के 179वें शहीदी दिवस के अवसर पर सोमवार को अमृतसर में राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन किया गया. शहीदी दिवस के अवसर पर उनके पारिवारिक सदस्य और जिला प्रशासन विशेष रूप से पहुंचे.

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पंजाब के कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल थे, लेकिन उन्हें दिल्ली जाना पड़ा, जिसके कारण वे कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके. इस अवसर पर अमृतसर की डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी और अमृतसर नगर निगम की मेयर ने सरदार शाम सिंह अटारीवाला को श्रद्धांजलि दी. इससे पहले आज साइकिल रैली भी निकाली गई.

शाम सिंह अटारीवाला मेमोरियल में आयोजित कार्यक्रम में अमृतसर की डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी ने कहा कि हम चाहते हैं कि हमारी आने वाली पीढ़ी शाम सिंह अटारीवाला की शहादत के बारे में जाने. हमने योजना तैयार की है कि जब भी पर्यटक अमृतसर आएं तो वे इस स्थान को जरूर देखें ताकि उन्हें उनकी शहादत की कहानी पता चल सके. शहीद देश की पूंजी होते हैं और उन्हें कभी भुलाया नहीं जा सकता.

वहीं अमृतसर के मेयर जितेंद्र सिंह मोती भाटिया ने कहा कि आज हम शहीद शाम सिंह अटारीवाला की शहादत को याद करने आए हैं. एक महान योद्धा जनरल हमारे पंजाब और एशिया के सबसे बड़े राज्य खालसा राज के कमांडर थे. आज उनके शहीदी दिवस पर मैंने उन्हें नमन किया. मैं सभी पंजाबवासियों को ये संदेश देना चाहता हूं कि निस्वार्थ भाव से देश की सेवा करने वाले ऐसे जनरलों का इतिहास पढ़ना चाहिए, उन्हें याद करना चाहिए और उनके बताए रास्ते पर चलना चाहिए. सरदार शाम सिंह अटारी जी की प्रतिमा के नीचे आपने नारा पढ़ा होगा, “शिवा बर मोही, शुभ कर्मन ते कबहु न दारा” कि जब हमारा कोई अच्छा काम हो तो हमें बिना किसी डर के, बिना किसी चिंता के अपने देश की, अपने राष्ट्र की, अपने लोगों की सेवा के लिए आगे बढ़ना चाहिए.

इस अवसर पर शहीद स्मारक की पिछले पांच सालों से देखभाल कर रही संस्था धन-धन बाबा दीप सिंह हरियाली मिशन के नेता नरिंदर सिंह संधू ने कहा कि हम पिछले पांच सालों से इस जगह की देखभाल कर रहे हैं. शासन-प्रशासन ने हमारा कोई सहयोग नहीं किया.

उन्होंने कहा कि शाम सिंह अटारी की प्रतिमा बहुत ही खराब हालत में है. लेकिन फिर भी हम अपनी ओर से यथासंभव रखरखाव करते हैं, इसके लिए बहुत अधिक वित्तीय निधि की आवश्यकता होती है. अगर प्रशासन हमारी मदद करे और हमारा सहयोग करे तो इस जगह का रख-रखाव सही तरीके से हो सकता है. इस जगह पर सब कुछ खंडहर हो चुका है. पहले इस जगह की हालत बहुत खराब थी, लेकिन अब हमने इसमें थोड़ा सुधार किया है, लेकिन अभी भी हमें प्रशासन के सहयोग की जरूरत है, ताकि हम इस जगह का रख-रखाव सही तरीके से कर सकें.

एकेएस/