New Delhi, 19 अक्टूबर . मार्नस लाबुशेन का मानना है कि अगर उन्हें एशेज सीरीज के लिए टीम में शामिल किया जाता है, तो वह जहां भी जरूरत होगी, वहां बल्लेबाजी करेंगे.
फिलहाल, ऑस्ट्रेलियाई टीम उस्मान ख्वाजा के साथ एक सलामी बल्लेबाज की तलाश में हैं. मार्नस लाबुशेन ने यह भी स्वीकारा है कि उन्होंने शेफील्ड शील्ड के साथ आत्मविश्वास हासिल किया है.
मार्नस लाबुशेन को India के खिलाफ वनडे सीरीज के लिए टीम में शामिल किया गया था, लेकिन वह पर्थ में जारी पहले वनडे मैच की प्लेइंग इलेवन से बाहर रहे.
लाबुशेन ने एशेज सीरीज को लेकर कहा, “चयनकर्ता और कोच मुझे जहां भी रखेंगे, मैं वहीं बल्लेबाजी करूंगा. हालांकि, मैंने अपना पूरा करियर ऑस्ट्रेलिया के लिए तीसरे नंबर पर ही खेला है, लेकिन मुझे जहां भी मौका मिलेगा, मैं बल्लेबाजी करूंगा. एशेज सीरीज हमेशा आपके दिमाग में रहती है. अगर मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहा हूं, तो सब कुछ अपने आप ठीक हो जाएगा.”
31 वर्षीय खिलाड़ी ने क्वींसलैंड के लिए तीन लिस्ट-ए मुकाबलों और दो शेफील्ड शील्ड मुकाबलों की पांच पारियों में चार शतक लगाकर शानदार शुरुआत की है.
17 सितंबर को घरेलू समर की शुरुआत से लाबुशेन ने 130, 2, 160, 105, 159 और 18 रन की पारियां खेली हैं. ये प्रदर्शन एशेज के लिए उनके चयन की लगभग गारंटी देते हैं, खासकर जब देश के बाकी शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों को सीजन की शुरुआत में संघर्ष करना पड़ा है.
लाबुशेन को टीम से बाहर किए जाने से पहले उनकी फॉर्म और आत्मविश्वास में कमी नजर आ रही थी, लेकिन इस खिलाड़ी का मानना है कि लगातार रन बनाने से ज्यादा किसी और चीज ने उनकी मदद नहीं की.
उन्होंने कहा, “जब आप रन बना रहे होते हैं, तो अच्छा लगता है. आपके पास आत्मविश्वास होता है. कुछ वर्षों तक संघर्ष करने के बाद यह अच्छी बात है कि आपमें अभी भी आत्मविश्वास है. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कितने अच्छे हैं, या आपने कितने रन बनाए हैं. जब आप कुछ समय तक रन नहीं बनाते, तो खुद पर संदेह होने लगता है.”
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आरएसजी