मुंबई, 15 जून . भारतीय शेयर बाजार में पिछले कुछ समय से काफी तेजी देखी जा रही है. केंद्र में नई सरकार के गठन के बाद करीब हर दिन बाजार नया ऑल-टाइम हाई छू रहा है. इस कारण शेयर बाजार के मार्केट कैप में भी जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है.
भारतीय शेयर बाजार हांगकांग के शेयर बाजार को पछाड़ कर फिर से दुनिया का चौथा सबसे बड़ा स्टॉक मार्केट बना गया है.
बीएसई पर सूचीबद्ध सभी कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 5.2 ट्रिलियन डॉलर हो गया है. वहीं हांगकांग का बाजार पूंजीकरण 5.17 ट्रिलियन डॉलर पर रह गया है. हांगकांग के शेयर बाजार के मार्केट में इस वर्ष 5.4 प्रतिशत की कमी आई है.
मौजूदा समय में 56 ट्रिलियन डॉलर के मार्केट कैप के साथ अमेरिका पहले, 8.84 ट्रिलियन डॉलर के बाजार पूंजीकरण के साथ चीन दूसरे और 6.3 ट्रिलियन डॉलर के मार्केट कैप के साथ जापान तीसरे नंबर पर है.
भारतीय शेयर बाजारों में हाल के दिनों में काफी तेजी देखने को मिली है और वैश्विक फंड्स भी निवेश कर रहे हैं. इस कारण अनुमान जताया जा रहा है कि भारतीय शेयर बाजारों में तेजी आने वाले समय में जारी रहेगी.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के बेंचमार्क निफ्टी ने पिछले एक महीने में करीब 6 प्रतिशत का रिटर्न दिया है. वहीं, पिछले छह महीने में करीब 12 प्रतिशत का रिटर्न निवेशकों को दिया है.
बाजार के जानकारों का कहना है कि अगले 12 महीने में निफ्टी 25,816 के आंकड़े को छू जाएगा.
ब्रोकरेज फर्म प्रभुदास लीलाधर में एनालिस्ट का मानना है कि बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार पूंजीगत खर्च पर अपना जोर जारी रखेगी. एनालिस्ट का मानना है कि सरकार का फोकस किसान, ग्रामीण इलाकों, शहरी गरीब और मध्यमवर्गीय लोगों पर बढ़ेगा.
साथ ही आगे कहा कि रिटेल निवेशकों के लिए स्टॉक मार्केट निवेश की फेवरेट जगह बन गई है. इससे बुल मार्केट को काफी सहारा मिल रहा है. रिटेल निवेशकों, हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल (एचएनआई) और घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) की खरीदारी के कारण विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) द्वारा की जा रही बिकवाली का बाजार पर कोई असर नहीं हो रहा है.
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एबीएस/