नई दिल्ली, 12 नवंबर . भारत अधिक युवा आबादी, तेजी से बढ़ता हुआ इन्फ्रास्ट्रक्चर और अर्थव्यवस्था के डिजिटलाइजेशन के कारण उड़ान भरने को तैयार है और आने वाले वर्षों में दुनिया की एक महत्वपूर्ण अर्थव्यवस्था बनेगा. दुनिया के दिग्गज निवेशक मार्क मोबियस की ओर से मंगलवार को यह बयान दिया गया.
से एक्सक्लूसिव बातचीत में मोबियस ने कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बना रहेगा, क्योंकि यहां निवेश और निजी खपत तेजी से बढ़ रही है.
भारत की जीडीपी विकास दर वित्त वर्ष 25 में 7 प्रतिशत और वित्त वर्ष 26 में 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है.
मोबियस ने को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘डिजिटल इंडिया’ और ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रमों की गति बनी हुई है.
दिग्गज निवेशक ने जोर देते हुए कहा कि भारत को उत्पादकता को लाभ पहुंचाने वाले नियमों को बनाए रखने और अतिरिक्त नौकरशाही से छुटकारा पाने के साथ-साथ बुनियादी ढांचे के खर्च और विकास में भी तेजी लानी होगी.
भारत की ग्रोथ स्टोरी बनी हुई है, क्योंकि खपत और निवेश में बढ़त जारी है.
आरबीआई ने अनुमान जताया है कि वित्त वर्ष 2024-25 के लिए देश की वास्तविक जीडीपी वृद्धि 7.2 प्रतिशत रहने की संभावना है.
मोबियस के मुताबिक, शेयर बाजार अर्थव्यवस्था में तेजी और अर्थव्यवस्था की वृद्धि को दर्शा रहा है.
उन्होंने आगे कहा कि ऐसे समय भी आएंगे जब शेयर बाजार नीचे की ओर गिरेगा, लेकिन, वह अस्थायी होगा. सामान्य तौर पर बाजार में तेजी बनी रहेगी.
मोबियस के मुताबिक, प्रति व्यक्ति आय वाले उपभोक्ता बढ़ रहे हैं और आकांक्षाएं बढ़ रही हैं.
उन्होंने से आगे कहा कि भविष्य में उपभोक्ता बाजार बहुत-बहुत महत्वपूर्ण होगा. आपको इसे अमेरिका में क्या हो रहा है, या अमेरिका में क्या हुआ है, के साथ संरेखित करना होगा. आप देख सकते हैं कि उपभोक्ता बाजार बहुत बड़ा है और अर्थव्यवस्था को काफी हद तक संचालित करता है. भारत के साथ भी यही स्थिति है.
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एबीएस/एबीएम