Mumbai , 12 जुलाई . India की सांस्कृतिक विरासत में यूनेस्को ने ‘मराठा मिलिट्री लैंडस्केप’ यानी ‘मराठा सैन्य परिदृश्य’ को अपनी विश्व धरोहर सूची में शामिल किया है. इसमें मराठा साम्राज्य के 12 ऐतिहासिक किलों को शामिल किया गया है, जिनमें 11 Maharashtra और 1 तमिलनाडु में स्थित हैं.
यह India की 44वीं संपत्ति है जो यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल में शामिल हो गई है. Prime Minister Narendra Modi ने एक्स पोस्ट में लिखा, “इस सम्मान से हर भारतीय गदगद है. इन ‘मराठा मिलिट्री लैंडस्केप’ में 12 भव्य किले शामिल हैं, जिनमें से 11 Maharashtra में और 1 तमिलनाडु में है.”
पीएम मोदी ने आगे लिखा, “जब हम गौरवशाली मराठा साम्राज्य की बात करते हैं, तो हम इसे सुशासन, सैन्य शक्ति, सांस्कृतिक गौरव और सामाजिक कल्याण पर जोर से जोड़ते हैं. महान शासक किसी भी अन्याय के आगे न झुकने के अपने साहस से हमें प्रेरित करते हैं. मैं सभी से इन किलों को देखने और मराठा साम्राज्य के समृद्ध इतिहास के बारे में जानने का आह्वान करता हूं.”
पीएम मोदी ने एक अन्य पोस्ट करते हुए लिखा, “ये 2014 में रायगढ़ किले की मेरी यात्रा की तस्वीरें हैं. छत्रपति शिवाजी महाराज को नमन करने का अवसर मिला था. उस यात्रा को मैं हमेशा संजो कर रखूंगा.”
Maharashtra के Chief Minister देवेंद्र फडणवीस ने इस उपलब्धि पर एक्स पोस्ट में लिखा, “सचमुच, यह Maharashtra और India के लिए एक अद्भुत क्षण है.” उन्होंने संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का जिक्र करते हुए कहा, “इसे संभव बनाने के लिए आपके सभी प्रयासों और समर्थन के लिए धन्यवाद.”
वहीं, Union Minister गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि यह सम्मान India की प्राचीन सभ्यता और मराठा साम्राज्य की वास्तुकला की उत्कृष्टता को रेखांकित करता है.
बता दें, ये किले 17वीं से 19वीं सदी के बीच निर्मित हुए और मराठा साम्राज्य की सैन्य रणनीति, स्थापत्य कला और पर्यावरण के साथ सामंजस्य का प्रतीक हैं. इन किलों में रायगढ़, शिवनेरी, तोरण, लोहगढ़ और साल्हेर जैसे नाम शामिल हैं, जो मराठा शौर्य और साहस की कहानियां बयां करते हैं. इस उपलब्धि से Maharashtra में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है.
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वीकेयू/केआर