गांधीनगर, 16 सितंबर . नई सरकार के पहले 100 दिन का कार्य उसकी प्राथमिकता और गति को दर्शाता है. आज देश के 140 करोड़ से ज्यादा लोग भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने को लेकर मिलकर काम कर रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से सोमवार को यह बयान दिया गया.
चौथे ग्लोबल रिन्यूएबल एनर्जी इन्वेस्टर्स मीट एंड एक्सपो (आरई-इन्वेस्ट) को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि नई सरकार के पहले 100 दिन में देश के इन्फ्रास्ट्रक्चर में विस्तार करने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं.
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा, “सरकार भारत में तेजी से सात करोड़ नए घर बनाने के रास्ते पर काम कर रही है, जो कि कई देशों की जनसंख्या से ज्यादा है. बीते दो कार्यकाल में चार करोड़ से ज्यादा घरों का निर्माण हो चुका है.”
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने तीसरे कार्यकाल के पहले 100 दिनों में किए गए महत्वपूर्ण कार्यों को गिनाते हुए कहा कि सरकार की ओर से 12 नई इंडस्ट्रियल स्मार्ट शहरों को बनाने, 8 नए हाई-स्पीड रोड कॉरिडोर प्रोजेक्ट को अनुमति देने और 15 से ज्यादा सेमी-हाई स्पीड वंदे भारत ट्रेन को लॉन्च किया गया है. इसके साथ ही रिसर्च को प्रोत्साहित करने के लिए एक लाख करोड़ रुपये के फंड को मंजूरी दी गई है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत 12,000 करोड़ रुपये की राशि से 31,000 मेगावाट की हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट्स बनाने को लेकर काम कर रहा है.
उन्होंने कहा कि भारत का लक्ष्य 2030 तक 500 गीगावाट की रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता पाना है. पेरिस क्लाइमेट समझौते की प्रतिबद्धताओं को पूरा करने वाला भारत पहला देश है, जिसने डेडलाइन से नौ साल पहले अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा किया है. ‘पीएम सूर्य घर फ्री इलेक्ट्रिसिटी स्कीम’ का उद्देश्य देश के हर घर को पावर हाउस बनाना है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस योजना के तहत 1.30 करोड़ परिवार पंजीकरण करा चुके हैं और करीब 3.25 लाख घरों में इंस्टॉलेशन पूरा हो चुका है.
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एबीएस/एबीएम