उत्तराखंड में सनातन-आधारित सरकार है : मानवेंद्र प्रताप सिंह

अलीगढ़, 16 जुलाई . भाजपा नेता मानवेंद्र प्रताप सिंह ने उत्तराखंड सरकार के उस फैसले को सराहा है, जिसमें सरकार की ओर से फैसला लिया गया है कि सरकारी स्कूलों में भगवद् गीता पढ़ाई जाएगी.

भाजपा नेता ने कहा कि उत्तराखंड में सनातन-आधारित सरकार है. भाजपा नेता ने से बातचीत के दौरान कहा कि उत्तराखंड में राष्ट्र के मूल मूल्यों की रक्षा करने वाली सनातन की सरकार है. भगवद् गीता को स्कूलों में लागू कर सरकार ने ठीक किया है. पूरी दुनिया में भगवद् गीता को मान्यता है. जर्मनी से लेकर अमेरिका, जापान तक सभी लोग गीता का अध्ययन करते हैं. यहां तक की स्कूलों में गीता पढ़ाई जाती है.

उन्होंने कहा कि हमारे यहां तथाकथित सेक्युलर लोग हैं जो धर्म निरपेक्षवादी हैं और धर्म को निरपेक्ष करना चाहते हैं. यह असंभव है, वे लोग इसका विरोध करते हैं. पूरी दुनिया गीता के ज्ञान को मानती है. सरकार के फैसले पर उन्होंने कहा कि मैं उत्तराखंड सरकार का अभिनंदन करता हूं. शिक्षा मंत्री, सीएम धामी धन्यवाद करना चाहता हूं कि उन्होंने इसको लागू करने की अनुमति दी है, वास्तव में पूरे देश के अंदर बंगाल से लेकर केरल, कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक सभी जगहों पर भगवद् गीता पढ़ाई जानी चाहिए.

बता दें, उत्तराखंड भाजप की ओर से करीब एक मिनट का वीडियो पोस्ट किया गया है. जिसमें स्कूली बच्चे गीता और रामायण जैसे महान ग्रंथों के श्लोक का अनुसरण कर रहे हैं.

पोस्ट में लिखा, “देवभूमि उत्तराखंड के स्कूलों में सुबह की प्रार्थना में गूंज रहे गीता और रामायण जैसे महान ग्रंथों के श्लोक. यह पहल नई पीढ़ी को संस्कार, साहस और विवेक के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा देगी व जीवन के मूल्य समझने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी.”

उत्तराखंड सरकार की ओर से जारी आदेश के अनुसार, स्कूलों में प्रार्थना के दौरान प्रतिदिन श्रीमद्भगवद्गीता का एक श्लोक पढ़ना अनिवार्य किया गया है.

Chief Minister पुष्कर सिंह धामी Wednesday को मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि भगवद् गीता एक पवित्र ग्रंथ है, जिसमें भगवान कृष्ण द्वारा अर्जुन को दिया गया ज्ञान समाहित है, जिसका गहन अध्ययन करने से व्यक्ति का जीवन सफल होता है. हमने शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक में निर्णय लिया कि राज्य के सभी स्कूलों में गीता पढ़ाई जाएगी. यह प्रक्रिया शुरू हो गई है.

हाल ही में शिक्षा अधिकारियों के साथ बैठक में धामी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि विद्यालयों में किताबी ज्ञान के साथ ही कला, रंगमंच, खेलकूद की गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाए. फिट इंडिया के बारे में बच्चों को जागरूक किया जाए. परीक्षा प्रणाली के सुधार की दिशा में विशेष ध्यान दिया जाए. विद्यालयों में शिक्षकों के रिक्त पदों को जल्द भरा जाए.

डीकेएम/जीकेटी