हरिद्वार, 27 जुलाई . उत्तराखंड के हरिद्वार में स्थित प्रसिद्ध मनसा देवी मंदिर में Sunday सुबह हुई भगदड़ में 6 लोगों की जान चली गई. बताया जा रहा है कि इस भगदड़ का कारण करंट लगने की अफवाह थी. हालांकि, उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन ने करंट की अफवाहों को सिरे से खारिज किया है. उन्होंने कहा कि इस हादसे का कारण करंट लगना नहीं है.
हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में भगदड़ पर उत्तराखंड पावर कॉर्पोरेशन के अधीक्षण अभियंता प्रदीप चौधरी ने कहा, “यह बहुत दुखद हादसा है. शुरुआत में ऐसी रिपोर्ट आई कि घटनास्थल पर लोगों को करंट लगा है. इसके बाद मौके पर हमारी टीम पहुंची और उन्होंने जांच की. यहां किसी भी तरह के करंट या झटके की कोई संभावना नहीं है, न ही ऐसी कोई खबर हमें मिली है. हादसे की वजह के बारे में ज्यादा कुछ नहीं बता सकते, लेकिन घटनास्थल पर करंट लगने की कोई संभावना नहीं है.”
इस बीच, उत्तराखंड के Chief Minister पुष्कर सिंह धामी ने मनसा देवी भगदड़ मामले में जांच का आदेश दिया है और मृतकों-घायलों के लिए मुआवजे का भी ऐलान किया है.
Chief Minister पुष्कर सिंह धामी ने कहा, “Sunday सुबह 9 बजे एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई है. एक अफवाह के कारण मनसा देवी मंदिर में भगदड़ में 6 लोगों की मौत हो गई है और कई अन्य घायल हो गए हैं. सभी घायलों को अस्पताल भेज दिया गया है और बचाव अभियान जारी है. ईश्वर मृतकों के परिवारों को यह दुख सहने की शक्ति दे. इस मामले में मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिए गए हैं और ये अफवाह क्यों फैली? इसकी जांच की जा रही है, जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. घायलों की मदद के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं.”
उत्तराखंड के Chief Minister कार्यालय ने बताया, “सीएम पुष्कर सिंह धामी आज दोपहर करीब 2 बजे हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में मची भगदड़ में घायल हुए लोगों से मिलने हरिद्वार जिला अस्पताल जाएंगे और इलाज करा रहे घायलों को दी जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं का स्थलीय निरीक्षण करेंगे.”
सीएम धामी ने मृतकों और घायलों के लिए मुआवजे का भी ऐलान किया. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “प्रदेश सरकार द्वारा मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपए एवं घायलों को 50-50 हजार रुपए की सहायता राशि प्रदान की जाएगी. साथ ही घटना के मजिस्ट्रियल जांच के निर्देश भी दिए हैं.”
बता दें कि मनसा देवी में Sunday सुबह हुई भगदड़ के बाद प्रशासन ने प्रभावित लोगों और उनके परिजनों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. प्रशासन के मुताबिक, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम घटनास्थल पर खोज एवं बचाव का कार्य कर रही है. घटनास्थल से भीड़ को हटा दिया गया है और वर्तमान में स्थिति नियंत्रण में है.
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