नेता प्रतिपक्ष के पद को रोटेशनल किया जाए या नहीं, यह बांसुरी स्वराज कैसे तय कर सकती हैं? : मनोज यादव

लखनऊ, 11 अक्टूबर . भारतीय जनता पार्टी सांसद बांसुरी स्वराज ने शुक्रवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि अगर विपक्ष को लगता है कि राहुल गांधी लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद नहीं संभाल पा रहे हैं तो इस पद को रोटेशनल कर देना चाहिए. इस पर समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता मनोज यादव ने कहा कि इस पद को रोटेशनल किया जाए या न किया जाए, इसे बांसुरी स्वराज कैसे तय कर सकती हैं. उन्होंने कहा कि बांसुरी स्वराज शायद इसलिए यह बातें कर रही हैं, क्योंकि भाजपा में नरेंद्र मोदी के स्थान पर किसी और को लाने की चर्चा जोरों पर है.

उन्होंने से बात करते हुए कहा, “भाजपा यह कैसे आकलन कर सकती है कि राहुल गांधी अपनी भूमिका ठीक से नहीं निभा रहे हैं? प्रधानमंत्री सदन में जितनी देर बैठते हैं, राहुल गांधी भी उतनी ही देर वहां होते हैं. नेता सदन की सबसे बड़ी जिम्मेदारी होती है कि वह अधिक से अधिक लोगों को सुने. वर्तमान में संसद में जो राजनीतिक हालात चल रहे हैं, उस पर उनका क्या जवाब है? वे एक वीआईपी की तरह आते हैं और अपने बयान देकर कुछ मिनटों में चले जाते हैं.”

उन्होंने आगे कहा, “बांसुरी स्वराज शायद इसलिए यह बातें कर रही हैं, क्योंकि भाजपा में नरेंद्र मोदी के स्थान पर किसी और को लाने की चर्चा जोरों पर है. यदि नरेंद्र मोदी की बात है, तो राहुल गांधी को बदलने से कोई फर्क नहीं पड़ता. यह विपक्ष का मुद्दा है. मौजूदा सत्ता के प्रधानमंत्री अपने कार्यकाल को समाप्त कर रहे हैं, और इस स्थिति को रोकने की कोशिश कर रहे हैं. प्रधानमंत्री के 75 साल पूरे हो गए हैं, और बांसुरी स्वराज ने यह भी इंगित किया है कि उनकी माता जी की इच्छा थी कि वे प्रधानमंत्री बने, जो पूरी नहीं हो पाई. अब जब वह सांसद बन गई हैं, तो जाहिर है कि वे सोचती होंगी कि उन्हें भी प्रधानमंत्री बनना चाहिए. लेकिन यदि राहुल गांधी पर इस तरह से हमला किया जाता है, तो हो सकता है कि उन्हें प्रधानमंत्री बना दिया जाए.”

बता दें कि नेता विपक्ष के पद के रोटेशन को लेकर आ रही खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए बांसुरी स्वराज ने कहा था कि उन्होंने भी ऐसी बातें सुनी हैं. अगर विपक्ष को लगता है कि राहुल गांधी नेता विपक्ष का पद नहीं संभाल पा रहे हैं और उन्हें पद को लेकर बदलाव लाना चाहिए तो यह उनका अंदरूनी मामला है.

पीएसएम/एएस