नई दिल्ली, 20 जून . भाजपा नेता व सांसद मनोज तिवारी ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पानी की किल्लत और गिरते भूजल स्तर को लेकर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है.
भाजपा सांसद ने कहा, “अरविंद केजरीवाल जी को दिल्ली में गिरते भूजल स्तर की चिंता है या नहीं? मैं उनसे कहना चाहता हूं कि दिल्ली की जनता आपको माफ नहीं करेगी. आम आदमी पार्टी ने महज अपने आर्थिक फायदे के लिए लोगों को मिलने वाला पानी टैंकर माफिया को दे दिया.“
उन्होंने कहा, “गिरते भूजल को बचाने का सबसे अच्छा तरीका रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम है, लेकिन केजरीवाल को इन सब चीजों से कोई लेना-देना नहीं है. वो और उनकी पार्टी के नेता सिर्फ और सिर्फ राजनीति करने में व्यस्त रहते हैं और बाकी दिल्ली की जनता कैसे रहेगी, इन्हें इन बातों से कोई लेना-देना नहीं है. यमुना का भी हाल बेहाल है. यमुना में लगातार पानी सूख रहा है. जल स्तर नीचे जा रहा है. यमुना में सिर्फ और सिर्फ नाली का पानी बह रहा है, लेकिन केजरीवाल सरकार को इसकी कोई चिंता नहीं है.“
भाजपा नेता ने सवाल पूछते हुए कहा, “कहां गया आपका विधानसभा का विशेष सत्र? आप लोग तो हर छोटी-छोटी बातों पर विधानसभा का सत्र आहूत करते हैं, लेकिन दिल्ली की जनता पिछले काफी दिनों से भीषण गर्मी की वजह से पानी की किल्लत का सामना कर रही है, लेकिन अभी तक आप लोगों ने विधानसभा का विशेष सत्र बुलाना भी जरूरी नहीं समझा. इससे साफ जाहिर होता है कि आप लोग दिल्ली की जनता को लेकर कितने असंवेदनशील हैं.‘
बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भीषण गर्मी की दस्तक के साथ ही पानी की किल्लत पैदा हो गई है. दिल्ली की जनता एक-एक बूंद पानी के लिए तरस रही है. कई दफा आम जनता पानी की किल्लत को लेकर सड़क पर प्रदर्शन करने उतर चुकी है, लेकिन केजरीवाल सरकार ने अभी तक ऐसा कोई कदम नहीं उठाया है, जिससे आम लोगों को पानी की किल्लत से निजात मिल सके. बीते दिनों दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने हरियाणा पर पानी ना देने का आरोप लगाया था, जबकि बीजेपी का कहना है कि हरियाणा की ओर से दिल्ली के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी छोड़ा जाता है, लेकिन यहां केजरीवाल सरकार के संरक्षण में पल रहे वाटर टैंकर माफिया अब लोगों के हितों को ताक पर रखकर पानी का व्यापार करने पर उतारू हो चुके हैं, जिसकी वजह से दिल्ली के लोगों को एक-एक बूंद पानी के लिए तरसना पड़ रहा है.
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