पटना, 6 जनवरी . बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 70वीं पीटी परीक्षा को लेकर शुरू हुई राजनीति अब चरम पर पहुंच गई है. परीक्षा रद्द कराने की मांग को लेकर दो जनवरी से आमरण अनशन पर बैठे जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर को पुलिस ने सोमवार को गांधी मैदान से गिरफ्तार कर लिया. इस बीच, राजद के प्रवक्ता और सांसद मनोज झा ने प्रशांत किशोर पर छात्रों के आंदोलन को हाईजैक करने का आरोप लगाया.
राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा, “यह छात्रों का आंदोलन था. छात्रों के आंदोलन की एक खूबी होती है कि राजनीतिक दल और राजनीतिक लोग समर्थन जरूर देते हैं, लेकिन प्लेटफॉर्म हाईजैक करने की कोशिश कोई नहीं करता. विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने भी यही बात कही. वह धरनास्थल पर भी गए और अभ्यर्थियों से बात भी की. राजनीतिक पार्टियां छात्रों के समर्थन में सड़क से सदन तक आंदोलन जरूर करती हैं.”
उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि यह इन लोगों के आपस का मामला है, अब इस पर क्या कहा जाए? दोनों तो एक ही हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बार-बार दोहराए जाने कि ‘दो बार गलती हो गई, अब गलती नहीं करेंगे’ के संबंध में पूछे जाने पर सांसद मनोज झा ने कहा कि यह तो आप लोग ही बताएंगे कि वे बार-बार क्यों कह रहे हैं. वे कह नहीं रहे हैं, बल्कि वे अपराधबोध में कहते हैं, नीतीश कुमार दुखी होकर ऐसा कहते हैं. ऐसा लगता है कि नीतीश कुमार को जबरदस्ती पपेट बनाया जा रहा है.
राजद नेता ने वक्फ बोर्ड की जमीन पर महाकुंभ आयोजन के दावे पर कहा, “मेरा तो सीधे मानना है कि चाहे हिंदू हों या मुसलमान, ऐसी बौनी समझ के लोगों के कारण देश झुलस रहा है.”
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