महाराष्ट्र में सात दिवसीय शांति एवं जागरूकता अभियान शुरू कर रहे हैं मनोज जरांगे-पाटिल

जालना (महाराष्ट्र), 6 जुलाई . शिवबा संगठन के प्रमुख मनोज जरांगे-पाटिल मराठा आरक्षण के लंबित मुद्दे पर जागरूकता फैलाने और समुदाय से संयम बरतने की अपील करने के लिए शनिवार से मराठवाड़ा के विभिन्न इलाकों में सात दिवसीय अभियान शुरू करेंगे.

अभियान हिंगोली से शुरू होगा और 13 जुलाई को छत्रपति संभाजी नगर में समाप्त होगा. अभियान के तहत बीड, नांदेड़, उस्मानाबाद, लातूर, जालना जैसे अन्य जिलों को कवर किया जाएगा. वह अगले एक हफ्ते में विशाल रैलियों को संबोधित करेंगे.

मनोज जरांगे-पाटिल ने जालना में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि सरकार को हैदराबाद राजपत्र (गजट) पर विचार करना होगा, जिसमें ‘मराठा-कुनबी’ और ‘कुनबी-मराठा’ का जिक्र है. साथ ही ‘सगेसोयरे’ (ब्लडलाइन/रक्तवंश) की मांग को लागू करने के लिए उचित कदम उठाने होंगे.

शनिवार सुबह हजारों समर्थकों के साथ अपने गांव अंतरवाली-सारती से हिंगोली के लिए रवाना हुए जरांगे-पाटिल का बालसोंड में 30 फुट के विशाल गुलाब के हार से स्वागत किया जाएगा.

छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के सामने श्रद्धा सुमन अर्पित करने के बाद वह करीब 11:30 बजे शांति-सह-जागरूकता मार्च शुरू करने के बाद अपना मार्च दोपहर 3 बजे एक पब्लिक मीटिंग के साथ समाप्त करेंगे.

पत्रकारों के सवाल कि क्या वह अक्टूबर में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवार खड़ा करेंगे, इस पर जरांगे-पाटिल ने कहा कि वह इस मुद्दे पर 13 जुलाई के बाद फैसला लेंगे.

बता दें कि शिवबा संगठन के नेता ने धमकी दी थी कि यदि राज्य सरकार उनकी सभी मांगें स्वीकार करने में विफल रही तो मराठा विधानसभा चुनाव में सभी 288 सीटों पर वो चुनाव लड़ेंगे. विशेष रूप से शिवसेना-भाजपा-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सत्तारूढ़ महायुति उम्मीदवारों को हराने का लक्ष्य रखेंगे.

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