गुरुग्राम, 11 नवंबर . गैंगस्टर कौशल चौधरी की पत्नी मनीषा को पुलिस ने जबरन वसूली के एक मामले में गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि मनीषा पर राव होटल के संचालक से रंगदारी मांगने का आरोप है. वह इससे पहले भी कई होटल संचालक से रंगदारी मांग चुकी हैं, जिसे देखते हुए उन्हें गिरफ्तार किया गया है. कई होटल संचालकों ने आरोप लगाया है कि मनीषा उन्हें इस संबंध में धमकी भरे कॉल कर चुकी है.
पुलिस ने सोमवार को मीडिया को बताया, “हाल ही में जो घटना हुई थी, उसमें एक होटल मालिक को दो करोड़ रुपये की वसूली की धमकी दी गई थी, जिसे लेकर हमारी स्पेशल टास्क फोर्स और पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में एक मुख्य गैंगस्टर कौशल चौधरी की पत्नी मनीषा को गिरफ्तार किया गया है. इस ऑपरेशन में राजस्थान पुलिस की भी अहम भूमिका रही है, और यह गिरफ्तारी हमारी टीम की कड़ी मेहनत और समर्पण का नतीजा है.”
उन्होंने कहा, “पूछताछ के दौरान जो जानकारी सामने आई, उसके अनुसार, इस वर्ष सितंबर में गुरुग्राम के कई होटल मालिकों को धमकी भरे कॉल्स आए थे, जिसमें उनकी व्यावसायिक गतिविधियों से पैसे की वसूली की जा रही थी. इसको लेकर विभिन्न केस दर्ज किए गए और कई संदिग्धों को पकड़ा गया. इन संदिग्धों से मिली जानकारी के आधार पर हम इस गैंग की गतिविधियों को समझने में सफल हुए. इस गैंग का सरगना कौशल चौधरी और उसकी पत्नी मनीषा ही थीं, जो इस वसूली के ऑपरेशन को चलाती थीं. मनीषा ने अपने गैंग के सभी सहयोगियों को नियंत्रित किया और अपनी योजनाओं के लिए दिशा-निर्देश दिए.”
पुलिस ने कहा, “यह गैंग विशेष रूप से एक सुसंगठित अंतर्राष्ट्रीय अपराध सिंडिकेट बन चुका था, जिसमें विदेशों में बैठे कुछ लोग भी सक्रिय थे. इसमें कुछ प्रमुख नाम सामने आए हैं – जैसे सौरव गडोली, पवन शौकीन और दिनेश उर्फ गांधी – जो इस वसूली के कारोबार को चला रहे थे. हम इन अपराधियों की पहचान कर चुके हैं और अब इंटरपोल और अन्य अंतर्राष्ट्रीय माध्यमों से उन्हें पकड़ने की कोशिश कर रहे हैं. हमें उम्मीद है कि जल्द ही हम इन अपराधियों को गिरफ्तार करने में सफल होंगे.”
पुलिस ने कहा, “इसके अलावा, सितंबर में गुड़गांव के एक होटल पर एक्सटॉर्शन की धमकियों के बीच एक घटना घटी थी, जिसमें नीमराना के एक होटल पर भारी गोलीबारी की गई थी. इस पर राजस्थान पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की और कई संदिग्धों को गिरफ्तार किया. वहीं, गुरुग्राम पुलिस ने भी इस संदर्भ में कुछ लोगों को गिरफ्तार किया, जिनसे मुठभेड़ भी हुई थी. इन मुठभेड़ों में कई ऐसे लोगों को पकड़ा गया, जो भविष्य में इसी तरह की वारदातों को अंजाम दे सकते थे. पुलिस की सक्रियता ने इन वारदातों को अंजाम देने से पहले ही नाकाम कर दिया और इन अपराधियों को पकड़ा गया.”
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एसएचके/एकेजे