नई दिल्ली, 8 फरवरी . दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को करारा झटका लगा है. पूर्व मुख्यमंत्री और अरविंद केजरीवाल के करीबी मनीष सिसोदिया को जंगपुरा सीट से हार का सामना करना पड़ा है. भाजपा के उम्मीदवार तरविंदर सिंह मारवाह ने उन्हें 594 वोटों से हराकर इस सीट पर जीत दर्ज की.
चुनाव परिणामों के अनुसार, तरविंदर सिंह मारवाह को 38,675 वोट मिले, जबकि मनीष सिसोदिया को 38,081 वोटों पर संतोष करना पड़ा. कांग्रेस के उम्मीदवार सूरी को 7,324 वोट प्राप्त हुए. यह हार आम आदमी पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि सिसोदिया पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री रह चुके हैं.
जीत के बाद से बातचीत में तरविंदर सिंह मारवाह ने इस सफलता को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की जीत बताया. उन्होंने कहा कि यह ऐतिहासिक जीत मोदी जी की है और वह सिर्फ जनता की सेवा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को हल करना और उनकी सेवा करना रहेगा.
बता दें कि भाजपा ने दिल्ली में 27 साल बाद स्पष्ट बहुमत हासिल किया है. दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों में से उन्होंने 48 जीती हैं, जबकि आम आदमी पार्टी को 22 सीटें मिली हैं. कांग्रेस का खाता नहीं खुला है. इससे पहले भाजपा ने 1993 में 49 सीट जीतकर दो तिहाई बहुमत हासिल किया था, जिसके बाद मदन लाल खुराना, साहिब सिंह वर्मा और सुषमा स्वराज मुख्यमंत्री बनीं. 1998 के बाद, कांग्रेस ने 15 साल तक शासन किया और 2013 से आम आदमी पार्टी ने सरकार बनाई थी. इस चुनाव में भाजपा ने 71 फीसदी स्ट्राइक रेट के साथ 40 सीटें जोड़ी हैं. दूसरी तरफ, आम आदमी पार्टी को 40 सीटों का नुकसान हुआ, और उनका स्ट्राइक रेट 31 फीसदी रहा.
भाजपा ने पिछले चुनाव (2020) के मुकाबले अपने वोट शेयर में 9 फीसदी से अधिक की वृद्धि की है, जबकि आप का वोट शेयर लगभग 10 फीसदी घटा है. कांग्रेस को कोई सीट नहीं मिली, लेकिन उन्होंने अपने वोट शेयर में 2 फीसदी की वृद्धि की है.
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पीएसएम/