मणिपुर के सांसद को नहीं दिया गया बोलने का मौका, इसलिए मचा हंगामा : कांग्रेस सांसद के सुरेश

नई दिल्ली, 3 जुलाई . राष्ट्रपति के अभिभाषण पर हुई चर्चा बाद प्रधानमंत्री के वोट ऑफ थैंक्स के दौरान विपक्ष ने जमकर हंगामा किया. अब कांग्रेस के सांसद के सुरेश ने इसकी वजह बताई है. उन्होंने को बताया कि मणिपुर के उनके सांसद को बोलने का मौका नहीं दिया गया तो शोर मचा. इसके साथ ही केरल के सांसद ने हाथरस हादसे पर दुख जताते हुए अनुदान राशि बढ़ाने की अपील की.

के सुरेश ने प्रधानमंत्री के भाषण को तथ्यों से परे और गुमराह करने वाला बताया. उन्होंने कहा, पीएम ने जो लोकसभा में कहा वो दुर्भाग्यपूर्ण था. उन्होंने झूठ बोला, सच से परे था और देश के लोगों को गुमराह करने की कोशिश की. भाजपा हारी है. उसे पूर्ण बहुमत नहीं मिला है. वो टीडपी, जेडीयू की वजह से सत्ता में है. लेकिन वो दिखाना चाह रहे हैं कि उनके पास पूर्ण बहुमत है. हमारे नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने आम लोगों से जुड़े अहम मुद्दे उठाए जैसे नीट, मणिपुर का मुद्दा. पीएम ने इन पर जवाब नहीं दिया. पीएम सिर्फ राहुल गांधी और कांग्रेस पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से हमला करते रहे.

के सुरेश ने सदन में मचे हंगामे को लेकर भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा, हम चाहते थे मणिपुर पर हमारे सांसद बोलें. एक बोल चुके थे. आउटर मणिपुर सांसद को बोलना था लेकिन उन्हें मौका नहीं दिया गया. प्रधानमंत्री की मौजूदगी में वो नहीं चाहते थे कि इस मुद्दे पर कोई बोले. यही वजह है कि हंगामा मचा. हमने महज 5 से 10 मिनट का समय मांगा था लेकिन वो नहीं मिला. इस लिए शोर शराबा मचा. सदन को सुचारू रूप से चलाना सत्ता पक्ष और स्पीकर की जिम्मेदारी है.

कांग्रेस सांसद ने हाथरस हादसे को शॉकिंग बताते हुए मुआवजा बढ़ाने का अनुरोध किया. सुरेश ने हादसे को उत्तर प्रदेश सरकार के प्रशासन की विफलता बताया. साथ ही कहा कि सरकार ने 2 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा की जो बहुत ही कम है. मैं मुआवजे की राशि को बढ़ाकर 25 लाख और घायलों को (जो अस्पताल में भर्ती हैं) 5 लाख रुपये देने का अनुरोध करता हूं .

केआर/