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इंफाल/आइजोल, 2 सितंबर . Prime Minister Narendra Modi की 13 सितंबर को मणिपुर की संभावित यात्रा को लेकर आई मीडिया रिपोर्ट्स के बीच, प्रदेश Government ने अधिकारियों से इंफाल और चुराचंदपुर जिले में आवश्यक व्यवस्था करने को कहा है.
हालांकि, सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से जारी अधिसूचना में वीवीआईपी का नाम या यात्रा की तारीख का उल्लेख नहीं किया गया है.
के पास उपलब्ध अधिसूचना के अनुसार, मणिपुर के मुख्य सचिव पुनीत कुमार गोयल ने इस सप्ताह की शुरुआत में राज्य में वीवीआईपी की प्रस्तावित यात्रा से संबंधित व्यवस्थाओं की समीक्षा के लिए वरिष्ठ नागरिक और सुरक्षा अधिकारियों के साथ एक बैठक की.
मुख्य सचिव ने बैठक में उपस्थित अधिकारियों से कहा कि वीवीआईपी की यात्रा को भव्य तरीके से आयोजित किया जाना चाहिए.
अधिसूचना में कहा गया है, “ब्लू बुक के अनुसार सभी सुरक्षा व्यवस्थाएं की जाएंगी, जिसमें जैमर लगाना, रास्ते में सैनिटाइजेशन और कंगला फोर्ट (इंफाल) और चुराचांदपुर जिले में समारोह स्थल की तोड़फोड़-रोधी जांच शामिल है.”
असम के Chief Minister हिमंत बिस्वा सरमा ने पहले कहा था कि Prime Minister के 13-14 सितंबर को असम के दो दिवसीय दौरे पर आने की उम्मीद है.
Prime Minister मोदी का यह दौरा सांस्कृतिक प्रतीक और India रत्न भूपेन हजारिका की जन्म शताब्दी समारोह पर केंद्रित है, और वे 13 सितंबर को गुवाहाटी में आधिकारिक समारोह का उद्घाटन भी करेंगे.
मिजोरम के अधिकारियों ने Monday को बताया कि Prime Minister Narendra Modi 13 सितंबर को नवनिर्मित 51.38 किलोमीटर लंबी बैराबी-सैरांग नई रेल परियोजना का उद्घाटन करने के लिए मिजोरम का दौरा करेंगे.
मिजोरम Government के अधिकारियों ने अनौपचारिक रूप से कहा कि उन्हें आइजोल से अनौपचारिक जानकारी मिली है कि Prime Minister के मणिपुर दौरे पर जाने की संभावना है, जो मई 2023 में राज्य में जातीय हिंसा भड़कने के बाद उनकी पहली यात्रा होगी.
हालांकि, मिजोरम और मणिपुर के वरिष्ठ अधिकारियों ने दावा किया कि उन्हें अभी तक Prime Minister के मणिपुर दौरे के बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं मिली है.
इस बीच, मिजोरम Government और पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) के अधिकारियों ने पहले कहा था कि Prime Minister 13 सितंबर को बैराबी-सैरांग नई रेलवे परियोजना का उद्घाटन कर सकते हैं, जिससे आइजोल पूर्वोत्तर में रेल से जुड़ने वाला चौथा राजधानी शहर बन जाएगा.
मिजोरम के Chief Minister कार्यालय (सीएमओ) के एक अधिकारी ने कहा कि हालांकि Prime Minister के कार्यक्रम की अंतिम पुष्टि अभी पीएमओ से नहीं हुई है, लेकिन पूरी संभावना है कि वह 13 सितंबर को रेलवे परियोजना का उद्घाटन करेंगे.
सीएमओ के अधिकारी ने बताया कि मिजोरम के Chief Minister लालदुहोमा ने 22 अगस्त को मिजोरम Police सर्विस एसोसिएशन (एमपीएसए) के 15वें सम्मेलन को संबोधित करते हुए संकेत दिया था कि Prime Minister 13 सितंबर को बैराबी-सैरांग रेलवे परियोजना का उद्घाटन कर सकते हैं.
मालीगांव (गुवाहाटी के पास) स्थित पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) मुख्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा था कि 13 सितंबर को Prime Minister असम के हैलाकांडी जिले के पास बैराबी से आइजोल शहर के पास सैरांग तक 51.38 किलोमीटर लंबी नई रेलवे लाइन परियोजना का उद्घाटन कर सकते हैं, जिससे पहली बार मिजोरम का राजधानी से सीधा रेल संपर्क जुड़ जाएगा.
एनएफआर के अधिकारी ने कहा, “हालांकि, हम पीएमओ से अंतिम पुष्टि का इंतजार कर रहे हैं.” सीएमओ के अधिकारी ने बताया कि 14 जुलाई को Chief Minister लालदुहोमा ने Prime Minister मोदी से New Delhi स्थित उनके आधिकारिक आवास पर मुलाकात की और उन्हें नवनिर्मित बैराबी-सैरांग रेलवे लाइन और नए सैरांग रेलवे स्टेशन का औपचारिक उद्घाटन करने के लिए आमंत्रित किया.
एनएफआर के अधिकारी ने बताया कि पूर्वोत्तर सीमांत सर्किल के रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सीआरएस) सुमीत सिंघल ने 6 जून से 10 जून के बीच नवनिर्मित रेलवे पटरियों का दौरा करने के बाद, एनएफआर को इस लाइन पर मालगाड़ियों और यात्री ट्रेनों, दोनों का संचालन करने के लिए अधिकृत किया.
बैराबी-सैरांग रेलवे परियोजना 8,071 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से पूरी हुई है. अधिकारी ने बताया कि इस परिवर्तनकारी उपलब्धि से यात्री और माल ढुलाई में उल्लेखनीय वृद्धि, सामाजिक-आर्थिक विकास को प्रोत्साहन और मिजोरम के लोगों की अपनी राजधानी में रेलगाड़ियां देखने की लंबे समय से चली आ रही आकांक्षा पूरी होने की उम्मीद है.
दुर्गम भूभाग के बावजूद, एनएफआर ने सराहनीय कार्य किया है. अधिकारी ने कहा कि बैराबी-सैरांग नई लाइन रेलवे परियोजना भारतीय रेलवे का एक इंजीनियरिंग चमत्कार है.
पहाड़ी भूभाग में स्थित इस परियोजना में 48 सुरंगें, 55 बड़े पुल और 87 छोटे पुल शामिल हैं. इस परियोजना में सुरंगों की कुल लंबाई 12,853 मीटर है.
पुल संख्या 196 की ऊंचाई 104 मीटर है, जो कुतुब मीनार से 42 मीटर ऊंची है. इस परियोजना में पांच सड़क ऊपरी पुल और छह सड़क निचले पुल भी शामिल हैं.
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केआर/