ममता सरकार ने आरजी कर घटना को सही से हैंडल नहीं किया : पार्टी छोड़ने के फैसले पर बोले जवाहर सरकार (आईएएनएस साक्षात्कार)

नई दिल्ली, 16 सितंबर तृणमूल कांग्रेस के पूर्व राज्यसभा सांसद जवाहर सरकार ने सोमवार को पार्टी छोड़ने के पीछे की वजह बताई और इस्तीफे के पांच कारण गिनाए.

के साथ एक खास बातचीत में सरकार ने कहा कि कोलकाता के आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक जूनियर डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या मामले को ठीक से हैंडल नहीं किया गया, जिससे लोगों में व्यापक असंतोष पैदा हुआ.

साक्षात्कार के मुख्य अंश इस प्रकार हैं:

: आर.जी. कर के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को बलात्कार, हत्या और सबूत नष्ट करने तथा साजिश के मामले में गिरफ्तार किया गया. क्या यही कारण है कि आपने राज्यसभा सदस्य के रूप में इस्तीफा दिया?

जवाहर सरकार : मेरा इस्तीफा एक व्यापक मुद्दे पर है. मैं तृणमूल नेताओं के ध्यान में लाना चाहता था कि आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज की घटना को लेकर लोगों में व्यापक असंतोष है, जिसे ठीक से हैंडल नहीं किया गया. मैं एक प्रशासक हूं. मुझे पता है कि मामले को ठीक तरह से हैंडल करना क्या होता है और उसे खराब तरीके से हैंडल करना किसे कहा जाता है.

मेरा दूसरा मुद्दा भ्रष्टाचार और पक्षपात है, और मैं इस बात को लेकर पूरी तरह स्पष्ट हूं कि स्वास्थ्य क्षेत्र में भ्रष्टाचार और पक्षपात की समस्याएं हैं. तीसरा, पश्चिम बंगाल की महिलाएं सड़कों पर उतर आई हैं. मैं पार्टी में रहकर पार्टी विरोधी आंदोलन का समर्थन नहीं कर सकता.

चौथा मुद्दा कुछ नेताओं की कार्यशैली को लेकर लोगों में व्यापक असंतोष है.

पांचवां मुद्दा और मेरे इस्तीफे का सबसे महत्वपूर्ण कारण है: इन चारों मुद्दों से तृणमूल की छवि खराब होती है. हालांकि, तृणमूल ही एकमात्र पार्टी है जो भाजपा को पश्चिम बंगाल में प्रवेश करने और कब्जा करने से रोक सकती है.

राज्य पर भाजपा का कब्जा नहीं होना चाहिए क्योंकि पश्चिम बंगाल की संस्कृति पूरी तरह से अलग है – चाहे वह राजनीतिक हो या सामाजिक – जो भाजपा की सोच से मेल नहीं खा सकती. हम सांप्रदायिक नहीं हैं.

पश्चिम बंगाल नहीं चाहता कि भाजपा ‘बाय डिफॉल्ट’ सत्ता में आए. उसकी जनशक्ति, केंद्रीय हस्तक्षेप और चुनिंदा प्रतिशोध को ध्यान में रखते हुए कोई दूसरी पार्टी ऐसी नहीं है जो भाजपा को रोक सके. बंगाल में कांग्रेस खत्म हो चुकी है. पश्चिम बंगाल में वामपंथ पस्त है. केवल तृणमूल ही भाजपा को रोक सकती है. मैंने पार्टी को बताया कि अगर आप पहले चार मुद्दों में हार गए तो आप पांचवें मुद्दे में भी हार जाएंगे.

: पश्चिम बंगाल में भाजपा किस चीज पर दांव लगा रही है? क्या आपको लगता है कि आर.जी. कर की घटना चुनाव में ममता बनर्जी के लिए झटका होगी?

जवाहर सरकार : यह एक बाधा नहीं होनी चाहिए क्योंकि चुनाव काफी दूर हैं. अगर वह अभी से सुधारात्मक कदम उठाती हैं, तो वह इसे रोक पाएंगी, जैसा कि उन्होंने पहले किया है. लेकिन उन्हें सुधारात्मक कदम उठाने की जरूरत है, जैसा कि मैंने अपने पत्र में कहा है.

: क्या आपको लगता है कि वह भविष्य में सुधारात्मक निर्णय लेंगी? उन्होंने डॉक्टरों से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन डॉक्टरों ने बैठक की लाइव स्ट्रीमिंग की मांग की, जिसे उन्होंने अस्वीकार कर दिया.

जवाहर सरकार : मैंने जो पत्र लिखा था, उसमें मैंने कहा था कि उन्हें घटना के पहले कुछ हफ्तों में ही मामले में कूद जाना चाहिए था. वह ऐसी नहीं हैं, जो मणिपुर जाने से डरती हैं. वह ऐसी नहीं हैं; उन्हें बिना सुरक्षा गार्ड के यात्रा करने में डर नहीं लगता.

उन्हें इस मामले में कूद जाना चाहिए था और डॉक्टर से बात करनी चाहिए थी. अगर उन्होंने पहले कुछ दिन में ऐसा किया होता, तो स्थिति इतनी कठोर नहीं होती. अब स्थिति कठोर हो गई है, और डॉक्टरों के आंदोलन में भी घुसपैठ है. मैं घुसपैठ शब्द का इस्तेमाल इसलिए कर रहा हूं, क्योंकि यह शरारती तत्वों की ओर से है. कल एक को पकड़ा गया.

जब 35 दिन बाद स्थिति सख्त हो जाती है, तो हाथ मिलाने और गले मिलने से एक दिन में चीजें सुलझ नहीं सकतीं. सब ठीक हो जाएगा, लेकिन इसके लिए धैर्य की जरूरत होगी.

: संदीप घोष और अभिजीत मंडल की गिरफ्तारी के बारे में आप क्या सोचते हैं?

जवाहर सरकार : सीबीआई को कुछ सबूत तो मिले ही होंगे. यह सीबीआई पर है कि वह खुद को साबित करती है या फिर इस तरह की हाई-प्रोफाइल गिरफ्तारियां करके मूर्खों वाली अपनी छवि बनाये. अगर सीबीआई ने दिखावे के लिए किसी को गिरफ्तार किया है, तो उसकी बदले की भावना सामने आएगी. हालांकि, अगर सीबीआई ने किसी को कुछ सबूतों के आधार पर गिरफ्तार किया है, तो वह भी सामने आएगा.

हाई-प्रोफाइल मामले में सावधानी बरतनी पड़ती है. मैं सीबीआई की गिरफ्तारी को अच्छा या बुरा नहीं कहूंगा, क्योंकि मेरे पास सबूत नहीं हैं. हालांकि, संदीप घोष के साथ कुछ गड़बड़ थी, इसलिए मैंने पहले दिन से ही कहा था कि उन्हें पद से हटाना जरूरी है.

: क्या संदीप घोष को बचाने की कोई कोशिश की गई है?

जवाहर सरकार : मुझे इस बारे में नहीं पता. मैंने जो मुद्दा उठाया था, वह यह था कि वह किसी के संरक्षण में था. वह ‘कोई’ कौन है, यह भी सामने आ जाएगा. कोई व्यक्ति संदीप घोष को बचा रहा था और मुख्यमंत्री को सलाह दे रहा था कि वह निर्दोष है. मुख्यमंत्री ने विपरीत बातों को संज्ञान में लेते हुए उन पर यकीन कर लिया होगा.

: चूंकि आर.जी. कार मामले में संदीप घोष को गिरफ्तार करने में इतने दिन लग गए, तो क्या आपको लगता है कि ममता बनर्जी उसे बचाने की कोशिश कर रही थीं?

जवाहर सरकार : संदीप घोष ने बलात्कार या हत्या नहीं की. सीबीआई के अनुसार, वह मामले को छिपाने में शामिल हैं. सीबीआई को यह साबित करना होगा और इसके लिए उसके पास पर्याप्त सबूत होने चाहिए. यह सिर्फ सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई से कुछ दिन पहले की गई सनसनीखेज गिरफ्तारी नहीं है.

जहां तक ​​ममता बनर्जी का सवाल है, लोग इस मामले में उनकी संलिप्तता का दावा कर रहे हैं और उनकी सार्वजनिक छवि बनी है. मैंने उन्हें बताया है कि उन्हें इस बारे में सावधान रहना चाहिए.

: आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल से इस्तीफा देने के तुरंत बाद संदीप घोष को दूसरी पोस्टिंग देने के पीछे कौन लोग थे? क्या आपको लगता है कि यह राज्य सरकार का काम था?

जवाहर सरकार : मैं नहीं कह सकता. मैं बाहरी व्यक्ति हूं. लेकिन हम सभी ने देखा कि उन्हें तुरंत कहीं और पोस्ट कर दिया गया, और मुझे बुरा लगा, और मैंने इसके बारे में लिखा है. यह अच्छा नहीं लगता. यह उन गलतियों का एक हिस्सा है जो की गई हैं. जो भी इसके पीछे था, वह गलत था.

: क्या संदीप घोष के कॉल रिकॉर्ड की जांच की जानी चाहिए? क्या इससे तृणमूल और पुलिस के साथ उनके संबंधों और मिलीभगत का पता चल सकता है?

जवाहर सरकार : यह सब अटकलें हैं. मामला सामने आने दें, और सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा. सीबीआई पश्चिम बंगाल सरकार से बहुत प्यार करती है. सब कुछ जांच के दायरे में होगा, और सब कुछ न्यायिक प्रणाली के दायरे में होगा.

: क्या आपको लगता है कि आपराधिक साजिश की जांच के सिलसिले में कोलकाता पुलिस आयुक्त को भी गिरफ्तार किया जाना चाहिए?

जवाहर सरकार : नहीं, यह सीबीआई पर निर्भर करता है कि वह किसे गिरफ्तार करेगी. यह मुख्यमंत्री या प्रधानमंत्री तक जा सकता है. हो सकता है कि प्रधानमंत्री ने ही फोन किया हो. चीजें सामने आने दीजिए, हम जान जाएंगे.

: हाल ही में बंगाल विधानसभा में पारित अपराजिता महिला एवं बाल (पश्चिम बंगाल आपराधिक कानून संशोधन) विधेयक, 2024 पर आपकी क्या राय है?

जवाहर सरकार : यह एक अच्छा विधेयक है. आरोपियों को समय पर सजा मिलेगी. समाधान का दूसरा हिस्सा सम्मान देने में निहित है. पश्चिम बंगाल भारत में सबसे अधिक महिला सशक्त राज्यों में से एक है. मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है. एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार, पश्चिम बंगाल में महिलाएं सबसे सुरक्षित हैं.

यह विधेयक यहां क्यों आया? ऐसा इसलिए है क्योंकि यहां की महिलाएं सशक्त हैं. आप इसे कहीं और नहीं कर सकते थे. आप इसे केवल यहां कर सकते हैं और शेष भारत के लिए एक मिसाल कायम कर सकते हैं. इसके अतिरिक्त, समाज को भी सुरक्षा की प्रक्रिया में भाग लेना चाहिए.

: यह कैसे संभव है कि ड्यूटी पर तैनात महिला के साथ उसके कार्यस्थल के अंदर बलात्कार हो? क्या महिलाएं अपने कार्यस्थल पर सुरक्षित नहीं हैं?

जवाहर सरकार : हां, यह जांच का विषय है. यह सुरक्षा चिंताओं का मामला है. और यह सामने आएगा. कोई कैसे नहीं देख पाया कि क्या हो रहा था? हर कोई इस स्थिति से कैसे अनजान था? सब कुछ जांच के दायरे में है और सामने आएगा.

: पीड़िता के माता-पिता ने आरोप लगाया है कि उन्हें कोलकाता पुलिस ने पैसे की पेशकश की थी. इस बारे में आपका क्या कहना है?

जवाहर सरकार : फिर से, विवाद का विषय है. उन्होंने आरोप लगाए हैं, लेकिन कोलकाता पुलिस ने इससे इनकार किया है. जांच से यह स्पष्ट हो जाएगा. सजा दी जाएगी.

एकेजे/