ममता बनर्जी महिला के नाम पर धब्बा हैं, भाजपा नेता दीप्ति रावत भारद्वाज ने साधा निशाना

श्रीनगर, 31 अगस्त . भाजपा नेता दीप्ति रावत भारद्वाज ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज मामले को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को महिला होने के नाम पर धब्बा बताया. उन्होंने कहा कि जिस तरह से उन्होंने प्रदर्शनकारी डॉक्टरों को बॉयफ्रेंड और गर्लफ्रेंड बताकर इस आंदोलन पर सवाल खड़े किए हैं, उससे उनकी घटिया मानसिकता जाहिर होती है.

उन्होंने मुख्यमंत्री ममता से अपने पद से इस्तीफा देने की मांग की. उन्होंने कहा, “वह आरजी कर मेडिकल कॉलेज मामले में शामिल अपराधियों को बचाने की कोशिश कर रही हैं. इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. यही नहीं, मुख्यमंत्री ने इस घटना से संबंधित सबूतों को भी नष्ट करने का प्रयास किया है. वह इस मामले में कहीं पर भी सहयोग नहीं कर रही हैं. मुख्यमंत्री को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए.”

इससे पहले भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भाजपा इस्तीफे की मांग कर चुकी हैं. ममता लगातार यह दावा कर रही हैं कि इस मामले में संलिप्त आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उधर, भाजपा का आरोप है कि ममता आरोपी को बचाकर आंदोलन को दबाना चाहती हैं. बीते दिनों पीड़िता के पिता ने भी आशंका जाहिर की थी कि अगर यह आंदोलन समाप्त हुआ, तो उनकी बेटी को इंसाफ नहीं मिल पाएगा. उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री लगातार आंदोलनकारी डॉक्टरों को दबाने की कोशिश कर रही हैं, ताकि कार्रवाई आगे ना बढ़ सके.

इससे पहले, मुख्यमंत्री ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर महिला सुरक्षा के संबंध में कानून बनाकर उसे लागू करने की मांग की थी. इसी पर भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने निशाना साधते हुए कहा कि उनके लिए यह बेहतर रहेगा कि वो चिट्ठी पत्री, प्रोटेस्ट और धरने को छोड़कर इस मामले में संलिप्त आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर महिलाओं को सुरक्षित माहौल दिलाएं.

गौरतलब है कि बीते दिनों बंगाल स्थित आरजी कर मेडिकल कॉलेज मामले में एक प्रशिक्षु महिला डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी गई थी. इस घटना के बाद महिलाओं की सुरक्षा पर एक बार फिर से देश में सवाल उठे. सभी डॉक्टरों ने सड़कों पर आकर महिलाओं को सुरक्षित माहौल प्रदान करने की दिशा मे कड़े कदम उठाने की मांग की थी. वहीं दूसरी तरफ इस वीभत्स घटना में संलिप्त आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की भी मांग की थी.

एसएचके/एएस