नई दिल्ली, 30 अक्टूबर . भारत के प्रमुख उद्योगों में सितंबर में पिछले साल के मुकाबले 2 प्रतिशत की बढ़त हुई है. इस तेजी का नेतृत्व सीमेंट, रिफाइनिंग प्रोडक्ट्स, कोयला, फर्टिलाइजर और स्टील उद्योगों की ओर से किया गया.
केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के डेटा के मुताबिक, अप्रैल से सितंबर की अवधि के दौरान आठ प्रमुख उद्योगों के सूचकांक (आईसीआई) की संचयी वृद्धि दर सालाना आधार पर 4.2 प्रतिशत रही है. जून में आईसीआई की अंतिम वृद्धि दर 5 प्रतिशत थी.
आठ प्रमुख उद्योगों से औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में शामिल वस्तुओं का 40.27 प्रतिशत हिस्सा आता है.
प्रोविजनल डेटा के मुताबिक, सितंबर में कोयला उत्पादन में सालाना आधार पर 2.6 प्रतिशत की वृद्धि हुई. अप्रैल-सितंबर 2024-25 के दौरान इसका संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 5.9 प्रतिशत बढ़ गया.
सितंबर में पेट्रोलियम रिफाइनरी का उत्पादन पिछले साल के इसी महीने की तुलना में 5.8 प्रतिशत बढ़ गया. इसका संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में अप्रैल से सितंबर 2024-25 के दौरान 2.3 प्रतिशत बढ़ गया.
सितंबर में फर्टिलाइजर उत्पादन में भी 1.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई और अप्रैल से सितंबर 2024-25 के दौरान इसका संचयी सूचकांक पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 1.7 प्रतिशत बढ़ गया.
सितंबर में स्टील उत्पादन 1.5 प्रतिशत बढ़ा और इस वर्ष अप्रैल-सितंबर के दौरान स्टील का संचयी सूचकांक 6.1 प्रतिशत बढ़ गया.
इसके अलावा, सितंबर में सीमेंट उत्पादन 7.1 फीसदी बढ़ा है. पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में अप्रैल से सितंबर 2024-25 के दौरान सीमेंट का संचयी सूचकांक 1.6 प्रतिशत बढ़ गया है.
आईसीआई आठ प्रमुख उद्योगों, कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, फर्टिलाइजर, स्टील, सीमेंट और बिजली, के उत्पादन के संयुक्त और व्यक्तिगत प्रदर्शन को मापता है.
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एबीएस/एबीएम