खेल जगत के लिए मेजर ध्यानचंद प्रेरणास्रोत, नई पीढ़ी के रोल मॉडल : हरविंदर सिंह चिम्मी

नई दिल्ली, 29 अगस्त . राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर देश भर में तमाम तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. इस मौके पर ओलंपियन व पद्मश्री से सम्मानित हरविंदर सिंह चिम्मी ने मेजर ध्यानचंद को याद क‍िया और युवाओं को उनसे प्रेरणा लेने को कहा.

उन्होंने कहा कि आज मेजर ध्यानचंद का जन्मदिन है और इसको राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है. यह अच्छी बात है. मेजर ध्यानचंद का पूरे देश में नाम है, उनको हॉकी के जादूगर के नाम से जाना जाता था. आज का दिन मेजर ध्यानचंद मनाने को याद करने का दिन है. उनका करियर उपलब्धियां से भरा रहा.

उन्होंने कहा कि मेजर ध्यानचंद ने तीन ओलंपिक में भारत को गोल्ड मेडल दिलाया. उन्होंने 1928, 1932 और 1936 में भारत को हॉकी में गोल्‍ड मेडल ज‍िताने में महत्‍वपूर्ण भूम‍िका न‍िभाई. वह सिर्फ हॉकी के लिए नहीं, पूरे खेल जगत के प्रेरणास्रोत हैं. युवाओं को मेजर ध्यानचंद से प्रेरणा लेकर मेहनत करना चाहिए. मुझे उम्मीद है कि आने वाले समय में हमारे खिलाड़ी ज्यादा से ज्यादा मेडल जीतेंगे.

वहीं केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री मनसुख मंडाविया ने खेल दिवस पर नेशनल स्टेडियम में हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद को पुष्पांजलि अर्पित की.

इस मौके पर अपने संबोधन में खेल मंत्री ने कहा, हमें 2047 में अपनी स्वतंत्रता के 100 साल पूरे होने पर अपने देश को ‘विकसित भारत’ बनाना है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘जो खेलेंगे, वो खिलेंगे’ के दृष्टिकोण के अनुरूप, हम सभी को खेलों को सक्रिय रूप से अपनाना चाहिए.

गौरतलब है क‍ि भारत में राष्ट्रीय खेल दिवस हर साल 29 अगस्त को महान हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है. इसकी शुरुआत साल 2012 में हुई थी.

एकेएस/