‘महिला सम्मान’ और ‘संजीवनी’ योजना केजरीवाल का चुनावी जुमला : बांसुरी स्वराज

नई दिल्ली, 22 दिसंबर . भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने रविवार को दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर कड़ी टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव को देखते हुए केजरीवाल द्वारा महिलाओं के लिए “महिला सम्मान योजना” और बुजुर्गों के लिए “संजीवनी योजना” की घोषणा केवल चुनावी जुमले हैं, जिनका कोई वास्तविक आधार नहीं है.

बांसुरी स्वराज ने केजरीवाल की 6 मिनट की प्रेसवार्ता का हवाला देते हुए कहा कि केजरीवाल ने जो प्रेस कांफ्रेंस की, वह शायद इस दुनिया की सबसे छोटी प्रेस वार्ता होगी. 2021-22 में पंजाब में भी उन्होंने महिला सम्मान योजना की घोषणा की थी, लेकिन आज तक किसी महिला को उस योजना के तहत एक भी पैसा नहीं दिया गया.

स्वराज ने कहा कि आपने महिला सम्मान योजना की बात की, लेकिन उसी समय जब आपके घर पर मौजूद महिला सांसद के साथ आपके सचिव ने दुर्व्यवहार किया, तब महिला सम्मान का क्या हुआ? उस सांसद के साथ हुए अभद्र व्यवहार के अभियुक्त को आपने संरक्षण दिया और उसे पंजाब का मुख्य सलाहकार बना दिया. उन्होंने कहा कि पंजाब की महिलाओं को महिला सम्मान योजना के तहत आज तक एक भी रुपया नहीं मिला है.

केजरीवाल से सवाल करते हुए उन्होंने कहा कि क्या महिला सम्मान केवल आपके लिए चुनावी जुमला है? पंजाब की बहनें अब भी इस योजना के एक पैसे के लिए तरस रही हैं. उन्होंने आगे कहा कि बहुत विनम्रता से मैं दिल्ली के बड़े बुजुर्गों से कहना चाहूंगी कि इनके झांसे में मत आइए. केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना देश के 33 राज्यों में लागू है, लेकिन दिल्ली में इसे लागू नहीं किया गया. क्या कारण है कि एक दशक से आप सत्ता में हैं, लेकिन अब तक आपने बुजुर्गों की सुध नहीं ली?

उन्होंने आगे कहा कि जब चुनाव सामने दिख रहे हैं, तब आपको बुजुर्गों का ख्याल आया है. स्वराज ने केजरीवाल पर यह भी आरोप लगाया कि जब दिल्ली के सांसदों ने दिल्ली हाई कोर्ट में इस मुद्दे को उठाया था, तो सरकार ने कोई जवाब नहीं दिया और 13 जनवरी को ही सुनवाई की तारीख निर्धारित की गई.

स्वराज ने आगे कहा कि दिल्ली का बजट 7000 करोड़ के घाटे में है. कुछ ही दिन पहले दिल्ली की उपमुख्यमंत्री आतिशी प्रधानमंत्री के पास जाकर 10,000 करोड़ रुपये की मांग कर रही थीं. अब केजरीवाल बताएं, उनके पास पैसा कहां है, जो वह इन योजनाओं को लागू करने की बात कर रहे हैं? अक्टूबर 2014 में वित्त विभाग की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ था कि दिल्ली का बजट 7,000 करोड़ के घाटे में है. अब केजरीवाल के पास पैसा कहां से आएगा?

पीएसके/एएस