रांची में हाउसिंग बोर्ड के प्लॉट के कमर्शियल इस्तेमाल में परेशानी में फंस सकते हैं महेंद्र सिंह धोनी

रांची, 20 दिसंबर . क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी झारखंड स्टेट हाउसिंग बोर्ड की ओर से आवास के लिए आवंटित जमीन के कमर्शियल इस्तेमाल के मामले में परेशानी में फंस सकते हैं. बोर्ड उन्हें इस मामले में नोटिस भेज सकता है. शुक्रवार को रांची में बोर्ड की 76वीं बैठक में उन रेसिडेंशियल प्लॉटों के आवंटियों के खिलाफ कार्रवाई पर चर्चा हुई, जहां से किसी प्रकार की कमर्शियल गतिविधि संचालित हो रही है.

बोर्ड के चेयरमैन संजय लाल पासवान ने मीडिया से कहा कि जिन लोगों को आवासीय उद्देश्यों से प्लॉट, मकान या क्वार्टर आवंटित किया गया है, वहां किसी तरह की व्यावसायिक गतिविधि नहीं संचालित की जा सकती. बोर्ड ने ऐसे कई प्लॉटों को चिन्हित करते हुए उन्हें नोटिस भेजा था. जिन लोगों ने नोटिस का जवाब दिया है, उस पर विचार किया जा रहा है. जिनकी ओर से नोटिस पर कोई जवाब नहीं आया है, उनके प्लॉट रद्द करने की कार्रवाई शुरू की जा रही है.

रांची की हरमू हाउसिंग कॉलोनी में क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी को आवंटित आवासीय प्लॉट में एक डायग्नोस्टिक सेंटर स्थापित करने का काम चल रहा है. इस संबंध में पूछे जाने पर झारखंड स्टेट हाउसिंग बोर्ड के चेयरमैन संजय लाल पासवान ने कहा कि यह बात हमारे संज्ञान में लाई गई है. बोर्ड पता लगाएगा कि उन्हें प्लॉट किन उद्देश्यों के लिए और किन शर्तों पर आवंटित किया गया था. फिलहाल, उन्हें कोई नोटिस नहीं दिया गया है, लेकिन, नियम हर किसी के लिए बराबर हैं. जो भी व्यक्ति नियम का उल्लंघन करेगा, बोर्ड की ओर से उन्हें नोटिस भेजा जाएगा और कार्रवाई की जाएगी.

भारतीय क्रिकेट टीम में डेब्यू के बाद महेंद्र सिंह धोनी के शानदार प्रदर्शन को देखते हुए राज्य की तत्कालीन अर्जुन मुंडा सरकार ने उन्हें नि:शुल्क जमीन आवंटित करने का निर्णय लिया था. सरकार के फैसले के आलोक में झारखंड राज्य हाउसिंग बोर्ड ने 23 फरवरी, 2006 को ऑर्डर नंबर 380 के जरिए उन्हें रांची की हरमू हाउसिंग कॉलोनी में एचआईजी 10/ए प्लॉट आवंटित किया था. इस प्लॉट का क्षेत्रफल 5,002 वर्ग फुट है.

इसके बाद धोनी ने सरकार से कहा था कि वह यहां अपने सपनों का घर बनाना चाहते हैं. उनकी जरूरतों के अनुसार यह प्लॉट छोटा है. सरकार आवंटित प्लॉट के पीछे की जमीन भी उन्हें उपलब्ध कराए तो बेहतर होगा. सरकार ने उनके इस आग्रह को स्वीकार कर लिया और इसके बाद बोर्ड ने आठ जुलाई, 2007 के एक आदेश के जरिए उन्हें 4,780.80 वर्ग फुट का बगल वाला प्लॉट भी आवंटित किया था.

धोनी ने यहां शानदार मकान बनाया था. पिछले कुछ वर्षों से वह इस आवास में नहीं रहते हैं. वह और उनका परिवार रांची के सिमलिया में एक फार्म हाउस में शिफ्ट हो गया है. हरमू के खाली पड़े मकान में अब एक मशहूर कंपनी की ओर से डायग्नोस्टिक सेंटर खोले जाने की तैयारी चल रही है. मकान में सेंटर का बोर्ड भी लगा दिया गया है.

एसएनसी/एबीएम