नई दिल्ली, 1 अप्रैल . 56वीं राष्ट्रीय खो-खो चैम्पियनशिप के महिला और पुरुष दोनों वर्गों का खिताब ‘खो खो खेल की जननी’ महराष्ट्र के नाम रहा. दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में खेले गए पुरुष वर्ग में महाराष्ट्र और रेलवे के बीच शानदार फाइनल मुकाबला खेला गया.
इस रोमांचक मुकाबले में दोनों ही टीमें निर्धारित समय तक 32-32 की बराबरी पर थी. जिसके बाद दोनों ही टीमों के बीच पुन: तीसरी पाली का खेल और खेला गया. रेलवे के पहले तीन खिलाड़ियों ने अच्छा डिफेंस करते हुए महाराष्ट्र के सामने 50 अंकों के साथ गगनचुंबी स्कोर खड़ा कर दिया. जिसके जवाब में महाराष्ट्र ने जोरदार वापसी करते हुए रेलवे को संभलने का कोई मौका नहीं दिया.
सांस रोक देने वाले इस मुकाबले में महाराष्ट्र ने अंतिम क्षण में 2 अंक अर्जित करते हुए मुकाबले को 52-50 से अपने नाम कर दिया. इस मैच में देश के उत्कृष्ट खो खो खिलाड़ियों ने अपने प्रभावशाली प्रर्दशन से दर्शकों का दिल जीत लिया.
महिला वर्ग में भी महाराष्ट्र और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के बीच खेला गया मुकाबला काफी रोमांचक रहा. महाराष्ट्र की टीम ने एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को 18-16 से पराजित किया. इस जीत में महाराष्ट्र की कप्तान संपदा मौर्या ने अहम भूमिका निभाई.
दिन के पहले सत्र में दोनों वर्गों के सेमीफाइनल मुकाबले खेले गए. महिला वर्ग में महाराष्ट्र की टीम ने ओडिशा को 24-20 से हराया. जबकि, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने दिल्ली को 32-10 से पराजित किया. पुरूष वर्ग में महाराष्ट्र ने कोल्हापुर को 30-28 से हराया, जबकि रेलवे ने ओडिशा को 24-22 से पराजित किया.
महिला और पुरुष दोनों वर्गों में विजेता महाराष्ट्र को तीन- तीन लाख और उपविजेता टीम को 2-2 लाख रुपये पुरुस्कार के रूप में दिये गये.
समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में इंडिया टीवी के चेयरमैन और एडिटर इन चीफ रजत शर्मा के अलावा, खो खो फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल, सांसद सुधांशु त्रिवेदी, एशियन खो खो फेडरेशन के अध्यक्ष राजीव मेहता, आयोजन समिति के अध्यक्ष अमित भल्ला, रिसेप्शन कमेटी के चेयरमैन सूर्य प्रकाश खत्री, आईओए के पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा, खेल मंत्रालय के संयुक्त सचिव कुणाल और विमल इलाइची के मुकेश गर्ग ने गरिमामयी उपस्थिति दर्ज कराई.
रजत शर्मा ने इस अवसर पर कहा, “खो खो भारत देश की मिट्टी का खेल है. ये विरासत के तौर पर मिला है और इसे आगे बढ़ाते हुए अंतरराष्ट्रीय स्तर तक ले जाने की जरूरत है. इस क्षेत्र में खो-खो खेल संघ के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल ने खूब प्रयास किए हैं. इनके कार्यकाल में खो-खो एक फलक की ऊंचाई तक पहुंचा है.”
उन्होंने कहा कि खो-खो आज 137 देशों में खेला जा रहा है, अगले साल इंग्लैंड में विश्व चैंपियनशिप होने वाली है. इसमें भारत यकीनन बेहतर प्रदर्शन करेगा. भारत की खो-खो यकीनन काफी सुधरी है.
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