Mumbai , 10 सितंबर . महाराष्ट्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर में हाल की प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित लोगों के लिए 5 करोड़ रुपए की वित्तीय सहायता की घोषणा की है. यह राशि Chief Minister राहत कोष के माध्यम से हस्तांतरित की जा रही है. सहायता राशि देने का निर्णय Wednesday को जारी किया गया, जिसमें भारी वर्षा, बादल फटने और भूस्खलन से उत्पन्न बाढ़ की स्थिति का जिक्र है.
पिछले कुछ दिनों से जम्मू-कश्मीर में मानसून की भारी बारिश ने भयंकर तबाही मचा दी है. अगस्त के अंत से शुरू हुई यह आपदा अभी तक जारी है. रैंबन जिले में 283 घर क्षतिग्रस्त हो गए, जबकि 950 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया. श्रीनगर और बडगाम में झेलम नदी का बांध टूटने से 9,000 से ज्यादा लोग विस्थापित हुए.
वैष्णो देवी मार्ग पर भूस्खलन से 34 लोगों की मौत हो गई, जबकि कुल मृतकों की संख्या 41 से अधिक पहुंच चुकी है. किश्तवाड़ जिले के चोसोटी में बादल फटने से 67 लोग मारे गए और 200 लापता हैं. जम्मू में तवी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर चढ़ गया, जिससे सैकड़ों घर और दुकानें डूब गईं. जम्मू-श्रीनगर हाईवे कई बार बंद हो चुका है, और रेल सेवाएं प्रभावित हैं. बाढ़ ने बिजली, पानी और संचार व्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित किया है.
महाराष्ट्र सरकार के निर्णय में कहा गया है, “इन आपदाओं से जान-माल की भारी क्षति हुई है, और जनजीवन पूरी तरह ठप हो गया है, इसलिए पांच करोड़ की सहायता तत्काल उपलब्ध कराई जा रही है. यह राशि चालू वित्तीय वर्ष 2025-2026 के बजट के मुख्य लेखा शीर्ष 2245 (प्राकृतिक आपदा राहत) के अंतर्गत पुनर्विनियोजन से दी जा रही है. लेखा अधिकारी, आपदा प्रबंधन प्रभाग इस राशि का आहरण करेंगे, जबकि वित्तीय सलाहकार एवं संयुक्त सचिव नियंत्रण अधिकारी होंगे.”
राशि जम्मू-कश्मीर के Chief Minister राहत कोष के खाते में हस्तांतरित की जाएगी.
–
एससीएच/डीकेपी