पुणे (महाराष्ट्र), 18 जुलाई . एक ताजा घटनाक्रम में, महाराष्ट्र सरकार के अधिकारियोंं व कर्मचारियोंं ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से विवादास्पद ट्रेनी आईएएस अधिकारी डॉ. पूजा एम.डी. खेडकर के व्यवहार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की और ऐसा न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी.
इस संबंध में अधिकारियों व कर्मचारियों के संगठनों के एक प्रतिनिधिमंडल ने पुणे के संभागीय आयुक्त के जरिए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को एक ज्ञापन सौंपा.
पुणे कलेक्ट्रेट में अपनी पोस्टिंग के दौरान डॉ. पूजा के खराब व्यवहार का हवाला देते हुए उन्होंने पुणे कलेक्टर सुहास दिवसे के खिलाफ उत्पीड़न की उनकी ‘निराधार शिकायत’ की निंदा की है.
महाराष्ट्र राज्य राजस्व कर्मचारी संघ (एमएसआरईयू) के विशेष सलाहकार विनायक राउत ने को बताया, “ज्ञापन में डॉ. पूजा और उनके पिता दिलीप के. खेडकर द्वारा आईएएस-पीओ के रूप में कई सुविधाओं और विशेषाधिकारों की मांग को पूरा करने के लिए अधिकारियों को धमकी देने के उदाहरण दिए गए हैं, जिनकी वह हकदार नहीं हैं.”
ज्ञापन में इस बात की निंदा की गई है कि किस तरह डॉ. पूजा एक वरिष्ठ और सम्मानित अधिकारी के खिलाफ झूठे आरोप लगाकर एक महिला के रूप में अपनी स्थिति का फायदा उठाने की कोशिश कर रही हैं.
संघ अन्य पदाधिकारियों ने बाद में मीडिया से कहा, “हम तीन दशकों से अधिक समय से दिवासे सर के साथ काम कर रहे हैं, हम उनके पेशेवर ट्रैक रिकॉर्ड को जानते हैं, कैसे वह हम सभी के साथ एक परिवार की तरह व्यवहार करते हैं. एक ट्रेनी अधिकारी इस तरह के घटिया आरोप नहीं लगा सकता और हम मांग करते हैं कि उन्हें तुरंत अपने आरोप वापस लेने चाहिए.”
उन्होंने सरकार से डॉ. पूजा और उनके पिता के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की. उन्होंने कहा कि डॉ. पूजा और उनके पिता के आचरण से राज्य प्रशासन की छवि खराब हुई है. ऐसा न करने पर उन्होंने राज्यव्यापी आंदोलन की चेतावनी दी.
ज्ञापन पर एमएसआरईयू, महाराष्ट्र राज्य तलाठी संघ, महाराष्ट्र राज्य तहसीलदार एवं उप तहसीलदार महासंघ, साथ ही उनकी क्षेत्रीय, जिला एवं स्थानीय शाखाएं/संबद्ध संघोें के पदाधिकारियों ने हस्ताक्षर किए हैं.
प्रतिनिधिमंडल में एन.डी. मालोदे, सुरेश बागले, राहुल मुंडके, मनोहर पोटे, बालासाहेब वाकचौरे, सुधीर एम. गिरमे, सुधीर डी. तेलंग, बजरंग के. मेकाले, वैशाली कोलेकर आदि शामिल थे.
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