मुंबई, 18 अप्रैल . राकांपा उम्मीदवार सुनेत्रा पवार ने गुरुवार को बारामती लोकसभा सीट से नामांकन दाखिल किया. इस अवसर पर महायुति सहयोगियों ने पुणे में एक विशाल रैली आयोजित कर शक्ति-प्रदर्शन किया.
उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने भी बारामती निर्वाचन क्षेत्र से अपना नामांकन दाखिल किया. एनसीपी सूत्रों ने कहा कि ऐसा एहतियात के तौर पर किया गया है. सुनेत्रा पवार का नामांकन स्वीकार होने के बाद जांच के दौरान अजित पवार का नामांकन खारिज कर दिया जाएगा.
इस सीट पर नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 19 अप्रैल है जबकि मतदान 7 मई को होना है.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपने भाषण में दावा किया कि यह बारामती में बदलाव का समय है क्योंकि निर्वाचन क्षेत्र के लोगों ने यह तय कर लिया है.
सीएम शिंदे ने रैली में कहा, “यह लड़ाई ऐतिहासिक है, व्यक्तिगत नहीं है. यह विकास की लड़ाई है और वंशवादी राजनीति के खिलाफ है. बारामती में परिवर्तन निश्चित है.” उन्होंने घोषणा की कि ”अबकी बार सुनेत्रा ताई पवार”.
सीएम शिंदे ने एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार पर कटाक्ष करते हुए कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि उन्होंने शरद पवार की उंगली पकड़कर राजनीति सीखी है. लेकिन शरद पवार की उंगली छोड़ने के बाद पीएम मोदी ने देश को बदल दिया.”
सीएम शिंदे ने आगे कहा कि अजित पवार ने अपने चाचा और उनकी उंगली को भी छोड़ दिया. मुख्यमंत्री ने यह भी विश्वास जताया कि सुनेत्रा पवार और अजित पवार तब तक आराम नहीं करेंगे जब तक बारामती का कायाकल्प नहीं हो जाता.
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि बारामती में भाभी (सुनेत्रा पवार सुप्रिया सुले की भाभी हैं) को कोई नहीं रोक पाएगा. उन्होंने महायुति कार्यकर्ताओं से मतदाताओं तक पहुंच बढ़ाने का आग्रह किया.
उन्होंने कहा, “अब हमें बस बारामती में घर-घर जाना है, लोगों तक पहुंचना है और उन्हें मतदान केंद्रों तक लाना है. मुझे विश्वास है कि भाभी (सुनेत्रा पवार) दिल्ली जाएंगी. आपके आशीर्वाद से, इतिहास बनेगा और सुनेत्रा पवार सांसद बनकर दिल्ली जाएंगी.”
अपने भाषण में अजित पवार ने जोर देकर कहा कि मौजूदा चुनाव पीएम मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बीच की लड़ाई है.
उन्होंने कहा, “पार्टी कार्यकर्ताओं को आत्मसंतुष्ट नहीं होना चाहिए बल्कि कड़ी मेहनत करनी चाहिए ताकि पीएम मोदी केंद्र में तीसरा कार्यकाल हासिल कर सकें.”
–
एकेजे/