महाराष्ट्र चैंबर ऑफ कॉमर्स ने पाकिस्तान, तुर्की और अजरबैजान के उत्पादों का किया बहिष्कार

नासिक, 20 मई . महाराष्ट्र चैंबर ऑफ कॉमर्स, इंडस्ट्री एंड एग्रीकल्चर की एक महत्वपूर्ण बैठक में आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए पाकिस्तान, तुर्की और अजरबैजान के उत्पादों के बहिष्कार का निर्णय लिया है. यह बैठक नासिक में आयोजित की गई, जिसमें शहर के प्रमुख व्यापारिक और औद्योगिक संघों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया और इस प्रस्ताव को सर्वसम्मति से पारित किया.

इस प्रस्ताव का उद्देश्य ऐसे देशों के उत्पादों का विरोध करना है जो प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से पाकिस्तान का समर्थन कर रहे हैं और जो भारत की सुरक्षा तथा अंतर्राष्ट्रीय शांति के लिए खतरा उत्पन्न कर रहे हैं. प्रतिनिधियों ने स्पष्ट रूप से कहा कि “आतंकवाद और व्यापार साथ-साथ नहीं चल सकते”.

बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि महाराष्ट्र चैंबर ऑफ कॉमर्स, इंडस्ट्री एंड एग्रीकल्चर द्वारा पाकिस्तान, तुर्की और अजरबैजान से आने वाले सभी उत्पादों का पूर्ण बहिष्कार किया जाएगा. व्यापारी वर्ग से इन देशों से आयात बंद करने की अपील की जाएगी. यह बहिष्कार केवल व्यापारिक नहीं, बल्कि नैतिक और राष्ट्रहित में लिया गया कदम माना जाएगा.

इस निर्णय को व्यापारिक समुदाय द्वारा आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता दिखाने वाला कदम माना जा रहा है. प्रतिनिधियों ने कहा कि यह पहल न केवल देशभक्ति की भावना को दर्शाती है, बल्कि वैश्विक मंच पर देश की स्थिति को मजबूत करने में भी सहायक होगी.

महाराष्ट्र चैंबर ऑफ कॉमर्स, इंडस्ट्री एंड एग्रीकल्चर द्वारा पारित यह प्रस्ताव आने वाले समय में एक बड़ा संदेश देगा कि भारत का व्यापारिक वर्ग आतंकवाद को किसी भी रूप में समर्थन नहीं देगा और देशहित सर्वोपरि रहेगा.

बैठक में क्रेडाई सचिव तुषार संकलेचा, हार्डवेयर एवं पेंट्स मर्चेंट एसोसिएशन के उपाध्यक्ष मुस्तगीर मोगरावाला, राजीव कर्णावट, कार्यकारिणी सदस्य एवं एनआईएमए उपाध्यक्ष मनीष रावल, कार्यकारिणी सदस्य रणजीत सिंह आनंद, दीपाली चांडक, सोनल दगड़े, श्रीधर व्यवहारे, संदीप सोमवंशी, मोहनलाल लोढ़ा, वेदाशु पाटिल, प्रशांत जोशी, सलाहकार दिलीप सालवेकर, सहायक सचिव अविनाश पाठक आदि के साथ ही व्यापार संघों के प्रतिनिधि उपस्थित थे.

डीएससी/एकेजे