प्रयागराज, 30 जनवरी . महाकुंभ में मौनी अमावस्या के अवसर पर भीड़ के बीच मची भगदड़ के बाद बड़ा हादसा हुआ जिसमें कई लोगों की मौत हो गई. झूसी रेलवे स्टेशन पर भी भीड़ के कारण एक वृद्ध महिला को अपनी जान गंवानी पड़ी. महिला की बहू ने इस पूरे घटनाक्रम और उसके बाद की स्थिति पर से बातचीत की.
बिहार की महिला ने बताया कि इन लोगों ने स्नान कर लिया था और वापस घर लौट रहे थे. लौटने के क्रम में इनके साथ बड़ा हादसा हो गया जिसमें इनकी सास की मौत हो गई. स्टेशन पर बहुत भीड़ थी जिसके चलते उनकी सास बेहोश हो गई थी.
इस दौरान उन्हें किसी तरह की सहायता नहीं मिली. बाद में किसी तरह सहायता मिलने पर सास को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया लेकिन वहां उनकी मौत के बाद पोस्टमार्टम हाउस में भी पैसे की मांग की गई थी. हालांकि बाद में उन्हें सारा पैसा लौटा दिया गया.
महिला ने कहा, “झूसी स्टेशन पर जो पौने नौ बजे गाड़ी आती है, वह उसमें चढ़ गई थीं. मेरी सास ने उसमें पानी भी लेकर पी लिया था. तब वह बिल्कुल ठीक थीं. लेकिन उसके बाद स्टेशन पर भयंकर भीड़ आ गई. ट्रेन में बहुत लोग आ गए और सास बेहोश हो गईं.”
उन्होंने कहा कि हमने लोगों से बहुत अनुरोध किया कि वह बेहोश पड़ी हैं. लेकिन लोगों ने पुलिस प्रशासन से मदद लेने की बात कही. इतनी भीड़ में कहीं भी जाना संभव नहीं था. फिर एक व्यक्ति आए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया. जहां उनकी मौत हो गई. शव को पोस्टमार्टम में ले जाया गया तो वहां पैसे की मांग की गई.”
हालांकि महिला ने आगे बताया, “हम लोगों से जो पैसा लिया गया था वह अस्पताल की ओर से लौटा दिया गया है. हमें केवल अब बॉडी चाहिए जिसको लेकर हमें घर जाना है और हमको व्यवस्था से किसी तरह की कोई शिकायत नहीं है.”
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