महाकुंभ : 5,000 से अधिक कर्मियों के साथ श्रद्धालुओं की सेवा में जुटा अदाणी समूह

महाकुंभनगर, 31 जनवरी . महाकुंभ में अदाणी समूह के कर्मियों द्वारा किए जा रहे सेवा कार्य, आध्यात्मिकता और समर्पण का जीवंत उदाहरण बन गए हैं. यह कार्य न केवल सेवा भाव की परिभाषा को नया आयाम दे रहे हैं, बल्कि ‘सेवा ही परमात्मा’ के आदर्श को भी साकार कर रहे हैं.

अहमदाबाद मुख्यालय और चेयरमैन गौतम अदाणी के मार्गदर्शन में, 300 से अधिक एयरपोर्ट स्टाफ और 5,000 से ज्यादा अदाणी कर्मी स्वैच्छिक रूप से मेला क्षेत्र में अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे हैं. यह सेवा कार्य श्रद्धालुओं के लिए भोजन व्यवस्था, आरती पुस्तकों का वितरण और उनकी अन्य जरूरतों को पूरा करने के रूप में अदाणी समूह की सामाजिक प्रतिबद्धता को दर्शा रहे हैं.

अदाणी समूह के कर्मी इस्कॉन के सहयोग से स्थान-स्थान पर चल रही भोजन व्यवस्था में न केवल हाथ बंटा रहे हैं, अपितु प्रतिदिन लाखों लोगों हेतु स्थापित रसोईघर में भोजन निर्माण में सहयोग कर रहे हैं. यह कर्मी जगह-जगह पर गीता प्रेस के सौजन्य से प्रकाशित आरती संग्रह की एक करोड़ पुस्तकों को फ्री में बांटने हेतु भी सहयोग कर रहे हैं. मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं को स्नान में सुगमता हेतु चलाए जा रहे चार दर्जन से ऊपर गोल्फ कार्ट के बेहतर संचालन में भी मदद कर रहे हैं.

अदाणी समूह के कर्मी रास्ता भटकने वाले श्रद्धालुओं और बिछड़े हुए को मिलाने में भी तत्परता के साथ सहयोग कर रहे हैं. सामाजिक सरोकारों के तहत अपनी प्रतिबद्धता के तहत अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी की प्रेरणा एवं निर्देश के क्रम में सेवा साधना है, सेवा प्रार्थना है और सेवा ही परमात्मा है, इस उद्देश्य के तहत अदाणी समूह तीर्थ राज प्रयाग में चल रहे महाकुंभ में अपनी अग्रणी भूमिका में सेवा भाव से दिन-रात जुटा है.

एक सेवादार ने बताया कि महाकुंभ जैसे आयोजन में अडाणी ग्रुप और इस्कॉन द्वारा महाप्रसाद सेवा की पहल ने समाज में सेवा और सहयोग की भावना को प्रोत्साहित किया है. इस सेवा का प्रभाव केवल वर्तमान तक सीमित नहीं है, बल्कि यह आने वाली पीढ़ियों को भी अपनी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक जड़ों से जोड़े रखने में मदद करेगा. दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक समारोहों में से एक में मानवता की सेवा के लिए सभी लोग पूरी ताकत से लगे हैं.

एएस/एबीएम