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देवास, 9 नवंबर . Madhya Pradesh के देवास जिले के भौंरासा क्षेत्र के सुमराखेड़ी निवासी पंकज परमार ने एमपीपीएससी-2023 परीक्षा में सफलता प्राप्त कर डिप्टी कलेक्टर का पद हासिल किया है. पंकज की इस सफलता पर उनके परिवार और पूरे गांव में खुशी का माहौल है.
ग्रामीण परिवेश से आने वाले पंकज ने यह सफलता सेल्फ स्टडी के माध्यम से हासिल की है.
पंकज परमार ने डिप्टी कलेक्टर बनने से पहले दो बार इंटरव्यू और तीन बार मुख्य परीक्षा दी थी, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और लगातार प्रयास जारी रखे. उन्होंने प्रतिदिन सात से आठ घंटे नियमित रूप से पढ़ाई की और सफलता प्राप्त की. पंकज ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा देवास के उत्कृष्ट विद्यालय से पूरी की, जबकि उच्च शिक्षा के लिए उन्होंने Bhopal से कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया.
पंकज के पिता, समंदर सिंह परमार, शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल, जामगोद में प्रभारी प्राचार्य हैं. उनकी माता, प्रेमलता परमार, गृहिणी हैं. परिवार में उनके बड़े भाई फोटोग्राफर हैं और बड़ी बहन, कर्मा परमार, जिले के चौबाराधीरा में शिक्षिका के पद पर कार्यरत हैं.
पंकज के पिता समंदर सिंह परमार ने बेटे की इस सफलता पर बताया कि उनका भी सपना था कि वे यूपीएससी की परीक्षा दें, लेकिन आर्थिक स्थिति और संसाधनों की कमी के कारण वे ऐसा नहीं कर सके. उन्होंने गर्व से कहा कि आज उनके पुत्र ने वह सपना पूरा कर दिया है. इस सफलता पर पूरे गांव में खुशी की लहर है और लोग पंकज की उपलब्धि की प्रशंसा कर रहे हैं.
शुरुआती दौर में पंकज ने अपने गांव सुमराखेड़ी से भौंरासा तक साइकिल या पैदल जाकर पढ़ाई करते थे. आगे की पढ़ाई के लिए वे देवास के शासकीय स्कूल तक मैजिक वाहन से जाते थे. उन्होंने किसी कोचिंग क्लास में दाखिला नहीं लिया, बल्कि घर पर ही आत्म-अध्ययन के बल पर तैयारी की.
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पीएसके