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Bhopal , 24 नवंबर . Chief Minister मोहन यादव ने Monday को Bhopal में पंचायत प्रतिनिधियों और पदाधिकारियों की तीन दिवसीय राज्य स्तरीय कार्यशाला और वाटर शेड महोत्सव का शुभारंभ किया. इस दौरान, उन्होंने पंचायतों को आत्मनिर्भर व समृद्ध बनाने के लिए आयोजित राज्य स्तरीय कार्यशाला में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों को सम्मानित किया.
Chief Minister मोहन यादव ने मीडिया से बातचीत में कहा, “अगर India की आत्मा कहीं बसती है, तो वह इसके गांवों में है. Madhya Pradesh भौगोलिक दृष्टि से बड़ा राज्य है और यहां भी बड़ी आबादी गांवों में रहती है. Government का मकसद लोगों की समस्याओं को समझना और उन्हें हल करना है. गांवों में सभी प्रकार की शासन की सुविधाओं के लिए पंचायत एक महत्वपूर्ण इकाई होती है.”
उन्होंने कहा कि विकास के मामले में जब Madhya Pradesh आगे बढ़ना चाहता है, तो ऐसे में 2047 का ‘समृद्ध Madhya Pradesh’ बनाने की भूमिका कार्यक्रम के दौरान विचार-मंथन से सामने आएगी.
Chief Minister ने घोषणा की कि शैक्षणिक संस्थानों में जिला या जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष के इंस्पेक्शन को रिकॉर्ड किया जाएगा और उनकी सिफारिशों को लागू किया जाएगा.
सीएम मोहन यादव ने ‘जल गंगा संरक्षण’ अभियान के बारे में जानकारी दी कि अभी तक राज्य के जिले स्वच्छता के मामले में आगे रहे हैं, लेकिन ‘पेयजल’ और ‘भूजल’ को लेकर ‘जल गंगा संरक्षण’ अभियान के माध्यम से खंडवा जिला अपनी भूमिका को लेकर आगे आया है.
इस कार्यक्रम को लेकर Madhya Pradesh के पंचायती राज मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने ‘एक्स’ पोस्ट में लिखा, “Monday को अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर में आयोजित प्रदेश के पंचायत प्रतिनिधियों और राज्यस्तरीय पदाधिकारियों की तीन दिवसीय कार्यशाला में सहभागिता कर ‘आत्मनिर्भर पंचायत-समृद्ध मध्यप्रदेश’ के प्रति फिर से संकल्प दोहराया.”
उन्होंने कहा, “प्रदेश निश्चित रूप से ग्रामीण विकास की नई परिभाषा गढ़ते हुए एक नए ग्रामोदय युग में प्रवेश करेगा, जहां विकास की रोशनी गांवों की चौपालों से लेकर खेतों-खलिहानों तक समान रूप से फैलेगी.”
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डीसीएच/