ओला इलेक्ट्रिक का नुकसान वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही में बढ़कर 564 करोड़ रुपये हुआ

मुंबई, 7 फरवरी . भाविष अग्रवाल के नेतृत्व वाली ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी ने शुक्रवार को वित्त वर्ष 25 की तीसरी तिमाही के नतीजे पेश किए. अक्टूबर-दिसंबर अवधि में कंपनी का घाटा बढ़कर 564 करोड़ रुपये हो गया है, जो कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के 495 करोड़ रुपये के घाटे के मुकाबले 13.94 प्रतिशत अधिक है.

ओला इलेक्ट्रिक के घाटे में सालाना आधार पर 50 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. वित्त वर्ष 24 की तीसरी तिमाही में कंपनी को 376 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था.

स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में कंपनी ने बताया कि नुकसान बढ़ने की वजह बाजार में बढ़ती हुई प्रतिस्पर्धा है.

अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कंपनी की ऑपरेशन से आय सालाना आधार पर 19.36 प्रतिशत घटकर 1,045 करोड़ रुपये हो गई है, जो कि पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 1,296 करोड़ रुपये थी.

दिसंबर तिमाही में ऑपरेशनल स्तर पर कंपनी का एबिटा नुकसान बढ़कर 460 करोड़ रुपये हो गया है, जो कि पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 301 करोड़ रुपये था.

ओला इलेक्ट्रिक की ओर से बताया गया कि कंपनी ने सर्विस से जुड़े हुए मुद्दों को सुलझा लिया है और नेटवर्क में भी विस्तार कर लिया है. अब समय मार्केट शेयर और मार्जिन को बढ़ाने का है.

फाइलिंग में कंपनी ने कहा कि वित्तीय चुनौतियों के बावजूद वह इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन सेगमेंट में अपना विस्तार जारी रखेगी.

वित्त वर्ष 25 में कंपनी का प्रदर्शन लगातार कमजोर बना हुआ है. वित्त वर्ष 25 की दूसरी तिमाही में कंपनी की आय तिमाही आधार पर 26.1 प्रतिशत गिरकर 1,644 करोड़ रुपये रह गई थी, जो कि वित्त वर्ष 25 की पहली तिमाही में 1,214 करोड़ रुपये थी.

नतीजों के ऐलान के बाद ओला इलेक्ट्रिक के शेयर में बड़ी गिरावट हुई है और यह 3.35 प्रतिशत गिरकर 69.43 रुपये पर बंद हुआ.

एबीएस /