खेड़ा (गुजरात), 20 मई . गुजरात के खेड़ा जिले में स्थित ऐतिहासिक डाकोर रेलवे स्टेशन को केंद्र सरकार की अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत एक नया रूप दिया गया है, जिसकी स्थानीय लोगों और तीर्थयात्रियों ने सराहना की है.
भगवान रणछोड़राय के पवित्र निवास के रूप में जाना जाने वाला डाकोर एक प्रमुख तीर्थ स्थल है. इसे यात्रा धाम डाकोर कहा जाता है और अब इसका रेलवे स्टेशन डिजाइन और सुविधा दोनों दृष्टिकोण से इस आध्यात्मिक विरासत को दर्शाता है.
विरासत, पहुंच और आधुनिकीकरण पर ध्यान केंद्रित करते हुए इसका पुनर्विकास किया गया है. यह स्टेशन अब प्रतिष्ठित रणछोड़राय मंदिर की वास्तुकला को दर्शाता है, जिसमें आस्था और कार्यक्षमता का मिश्रण है. यह श्रद्धा और प्रगति का प्रतीक है, जहां इतिहास और उच्च तकनीक का मेल है.
इस बदलाव ने न केवल तीर्थयात्रियों और दैनिक यात्रियों के लिए यात्रा को आसान बनाया है, बल्कि यहां से गुजरने वालों के सौंदर्य और सांस्कृतिक अनुभव को भी बढ़ाया है. क्षेत्र के निवासियों और यात्रियों ने पुनर्विकास की सराहना की है.
डाकोर निवासी राकेश तंबोली ने समाचार एजेंसी से बात करते हुए कहा, “अब बहुत बड़ा अंतर आ गया है. पहले की तुलना में स्टेशन पहचान में नहीं आता. अब हमारे पास सभी आवश्यक सुविधाएं हैं और यह वाकई विश्वस्तरीय जगह जैसा लगता है. यह सरकार की सराहनीय पहल है.”
एक अन्य स्थानीय निवासी मयूर पुरोहित ने भी आभार व्यक्त करते हुए कहा, “सबसे पहले, मैं इस अद्भुत परियोजना के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देना चाहता हूं. सरकार ने इस स्टेशन के पुनर्विकास में 60 लाख रुपए से अधिक का निवेश किया है. अब हमारे पास ठंडा पीने का पानी, आराम करने के लिए कमरे, बच्चों के लिए खेल का मैदान और भगवान कृष्ण की खूबसूरत पेंटिंग हैं. यह अब सिर्फ एक स्टेशन नहीं है, यह एक सांस्कृतिक स्थल है.”
स्टेशन मास्टर अशोक कुमार सिन्हा ने कहा कि पहले, डाकोर आनंद-गुजरात क्षेत्र में एक सिंगल-लाइन स्टेशन था. पिछले साल 23 नवंबर से यह एक डबल-लाइन स्टेशन बन गया है, जिससे यातायात प्रवाह और कनेक्टिविटी में सुधार हुआ है. पहले केवल एक प्लेटफॉर्म था, अब हमारे पास दो हैं. कोच इंडिकेटर और साफ-सुथरे वेटिंग रूम हैं. दीवारों को कृष्ण-थीम वाली कलाकृति से सजाया गया है, जो आगंतुकों के लिए सही फोटो स्पॉट है. यात्री वास्तव में परिवर्तन से प्रसन्न हैं.
पीएम मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई अमृत भारत स्टेशन योजना, पूरे देश में 1,300 से अधिक रेलवे स्टेशनों को आधुनिक बनाने का एक दूरदर्शी मिशन है. केवल सौंदर्यीकरण से कहीं आगे, इस योजना का उद्देश्य बेहतर यात्री सुविधाएं, उन्नत बुनियादी ढांचा और विशेष रूप से दिव्यांगों के लिए बेहतर पहुंच प्रदान करना है. यह पहल स्थानीय संस्कृति, शहरी नियोजन और निर्बाध परिवहन कनेक्टिविटी के एकीकरण पर भी जोर देती है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 मई को वडोदरा डिवीजन के अंतर्गत पांच नए पुनर्विकसित रेलवे स्टेशनों – डाकोर, करमसद, डेरोल, कोसांबा और उत्रण के साथ-साथ पूरे भारत में कई अन्य स्टेशनों का वर्चुअल उद्घाटन करेंगे. प्रत्येक स्टेशन को क्षेत्रीय आवश्यकताओं और संस्कृति को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है, जिसमें डाकोर का आध्यात्मिक महत्व इसके डिजाइन में केंद्रीय भूमिका निभाता है.
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पीएसके/एकेजे