दमोह, 8 अप्रैल . देश के गरीब और जरूरतमंद तबके को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई) आज मील का पत्थर साबित हो रही है. इस योजना ने कई लोगों की जिंदगी संवार दी है.
आज ही के दिन (8 अप्रैल) 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस योजना की शुरुआत की थी, जो अब अपने 10 सफल वर्ष पूरे कर चुकी है. इस योजना का उद्देश्य बिना किसी गारंटी या संपत्ति के, छोटे व्यापारियों, दुकानदारों, स्वरोजगार से जुड़ने वालों और कृषि आधारित उद्यमियों को आसान शर्तों पर लोन उपलब्ध कराना है.
दमोह जिले के निवासी अजय जैन, जो वृद्ध आश्रम के पास खिलौनों और गिफ्ट आइटम्स की एक छोटी सी दुकान चलाते हैं, पीएम मुद्रा योजना के माध्यम से अपनी ठप पड़ी दुकान को दोबारा संजीवनी दे पाए. अजय जैन ने समाचार एजेंसी को बताया कि कुछ महीने पहले उन्होंने 5 लाख रुपये का आवेदन पास करवाया और बिना किसी गारंटी के यह लोन उन्हें मिल गया. उन्होंने इस राशि से व्यापारियों का उधार चुकाया और नई वैरायटी का सामान खरीदा.
लाभार्थी अजय जैन ने कहा, “पहले दुकान से रोज 500-600 रुपये की आमदनी होती थी, लेकिन अब ये बढ़कर 1000 रुपये से ऊपर हो गई है. सबसे बड़ी बात यह है कि इस योजना में हमें किसी भी जमीनी दस्तावेज की जरूरत नहीं पड़ी. यह योजना गरीब तबके के लिए एक वरदान है.”
दमोह जिले के लीड बैंक मैनेजर नरेंद्र सोनी ने बताया कि अब तक जिले के करीब 7000 लाभार्थियों को लगभग 100 करोड़ रुपये के मुद्रा लोन दिए जा चुके हैं. उन्होंने कहा कि सबसे खास बात यह है कि यह लोन कम ब्याज दर पर और बिना गारंटी के मिलता है. साथ ही, केंद्र सरकार हर तीन महीने में सब्सिडी भी देती है.
उन्होंने बताया कि यह योजना तीन श्रेणियों में विभाजित है. पहला शिशु लोन, जो सबसे शुरुआती स्तर का होता है. इसमें लाभार्थी को 50,000 रुपये तक का लोन दिया जाता है, ताकि उद्यमी अपने नए व्यवसाय की शुरुआत कर सकें. दूसरा किशोर लोन, जिसमें 50,001 रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक की राशि दी जाती है और तीसरा तरुण लोन, इसमें 5 लाख रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है, ताकि कामकाज का विस्तार हो सके.
मध्य प्रदेश के मैहर के भरौली निवासी आशुतोष पाण्डेय ने प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत लोन प्राप्त कर खुद का व्यवसाय शुरू किया और अब न केवल स्वयं का, बल्कि अपने पूरे परिवार का सम्मानजनक जीवन यापन कर रहे हैं. आशुतोष ने से कहा, “पीएम मुद्रा योजना ने मेरे सपनों को पंख दिए हैं. आज मैं खुद के पैरों पर खड़ा हूं और इसका श्रेय मैं सरकार को देता हूं. लाखों युवाओं के लिए यह योजना एक नई दिशा दे रही है.”
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डीएससी/