किश्तवाड़, 19 मार्च . जम्मू के किश्तवाड़ जिले में जम्मू कश्मीर और लद्दाख वित्त निगम (जेकेएलएफसी) और राष्ट्रीय अल्पसंख्यक विकास और वित्त निगम (एनएमडीएफसी) के सहयोग से एक जागरूकता रैली निकाली गई. इसमें लोगों को सरकार की तरफ से दिए जाने वाले ऋण के बारे में बताया गया.
जेकेएलएफसी ने किश्तवाड़ में एनएमडीएफसी ऋण योजनाओं पर मेगा लोन मेला/जागरूकता शिविर आयोजित किया गया. अल्पसंख्यकों के सशक्तिकरण को बढ़ावा देने और आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करने के लिए एक ठोस प्रयास में जेकेएलएफसी ने एनएमडीएफसी के सहयोग से इस शिविर का आयोजन किया. शिविर में अल्पसंख्यक ऋण योजना पर ध्यान केंद्रित किया गया.
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में किश्तवाड़ के डिप्टी कमिश्नर (डीसी) राजेश कुमार शवन उपस्थित रहे. कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि द्वारा दीप प्रज्वलित करने के साथ हुई. इस कार्यक्रम में स्थानीय युवाओं, आम जनता और उद्यमियों सहित 100 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया.
जेकेएलएफसी के जिला प्रबंधक अहजाज अहमद शाह ने बताया, “इस शिविर के माध्यम से लोगों के अंदर हमने यह जागरूकता फैलाई कि एनएमडीएफसी की एक स्कीम है, जिसमें लोगों को बहुत ही कम ब्याज दर पर लोन मिलता है. लेकिन लोग इसके बारे में जागरूक नहीं हैं. लोन दी जाने वाली राशि में तीन से आठ प्रतिशत तक का ब्याज दर लगता है. इसके अंतर्गत कोई भी व्यापार किया जा सकता है. किश्तवाड़ से हमने शिविर करने की शुरुआत की है, जल्द ही बाकी जगहों पर भी कैंप लगाकर लोगों को इस स्कीम के बारे में जागरूक करेंगे.”
जेकेएलएफसी के जिला समन्वयक विनोद चौहान ने बताया, “आज के समय में हम जम्मू-कश्मीर और लद्दाख दोनों केंद्र शासित क्षेत्रों के लिए काम कर रहे हैं. इसके तहत हम जनरल और अल्पसंख्यक दोनों तरह के लोन कर रहे हैं. अल्पसंख्यकों को दिए जाने वाली लोन का स्लैब तीन से आठ प्रतिशत तक का है. तीन प्रतिशत का लोन, एजुकेशन के क्षेत्र में दिया जाता है. वहीं, जो बिजनेस लोन हैं, वो छह से आठ प्रतिशत तक के हैं.”
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