पटना,1 मई . देश में जातीय जनगणना कराने के केंद्र सरकार के फैसले के बाद राजनीति गरमा आ गई है. सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों इसका श्रेय लेने की होड़ में लगे हुए हैं. इस मामले को लेकर लोजपा-(रामिवलास) सांसद अरुण भारती ने कहा कि पहलगाम आतंकी हमला भूलकर तेजस्वी यादव जातीय जनगणना का क्रेडिट लेने के लिए मिठाइयां बांट रहे हैं और पटाखे फोड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि मोदीजी की सरकार ने और चिराग पासवान के प्रयासों से संभव हो पाया है.
लोजपा सांसद अरुण भारती ने कहा कि तेजस्वी यादव क्या पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए निर्दोष लोगों को भूल गए, उनकी यादें धुंधली हो गई हैं. उन्होंने कहा कि क्या उनके लोग जो अभी लखीसराय में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे, क्या उसी को आगे बढ़ते हुए पटाखे फोड़ रहे हैं और मिठाई बांट रहे हैं. भारती ने कहा कि क्या राजनीतिक लाभ के लिए तेजस्वी यादव पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए 26 पर्यटकों को भूल गए हैं.
सांसद अरुण भारती ने आगे कहा कि तेजस्वी को क्रेडिट लेना है, लेकिन जब वह प्रदेश के डिप्टी सीएम थे, तब कहते थे कि जातीय जनगणना कराकर लोगों की आंखों में धूल झोंका गया है.
सांसद ने कहा कि राज्य जनगणना नहीं करा सकते, यह केंद्र सरकार का विशेषािधकार है. ऐसे ही तेलंगाना में कांग्रेस ने कहा कि उसने 69 प्रितशत आरक्षण दे दिया है, यह भी जनता की आंखों में धूल झोंकने का प्रयास है. भारती ने कहा कि तेलंगाना में तीन माह का फर्जी सर्वे करके और फर्जी आंकड़ों के आधार पर विधानसभा में बिल जरूर पास कर दिया है, लकिन धरातल पर यह लागू नहीं हुआ. लागू करने के लिए बहाना बनाया जा रहा है. इसे संविधान की नौवीं अनुसूची में शामिल करने के लिए केंद्र सरकार को भेजा गया है, जो फिलहाल संभव नहीं है. इ
लोजपा-(रामिवलास) सांसद भारती ने कहा कि जातीय जनगणना का फैसला मोदी सरकार ने लिया है और चिराग पासवान के प्रयासों से यह संभव हो पाया है.
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