चीनी राष्ट्रपति को चीनी पारंपरिक संस्कृति के बारे में बात करते हुए सुनें

बीजिंग, 30 मई . चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 18वीं राष्ट्रीय कांग्रेस के बाद से, चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने पार्टी और देश के समग्र विकास की रणनीतिक ऊंचाई से चीनी संस्कृति की विरासत और विकास में प्रमुख सैद्धांतिक और व्यावहारिक मुद्दों का व्यापक, व्यवस्थित और गहन विवरण दिया है, जो चीनी विशेषता वाली समाजवादी संस्कृति के निर्माण को बढ़ावा देने और चीनी राष्ट्र की आधुनिक सभ्यता का निर्माण करने के लिए विचार और कार्रवाई का मार्गदर्शन प्रदान करता है.

चीनी पारंपरिक त्योहार ड्रैगन बोट फेस्टिवल के अवसर पर, आइए हम चीनी राष्ट्रपति द्वारा बताई गई “पारंपरिक संस्कृति कक्षा” को सुनें और गहन चीनी सभ्यता को महसूस करें.

चीनी राष्ट्रपति शी ने एक बार स्पष्ट रूप से बताया कि यदि हम चीन को लंबे समय से चली आ रही ऐतिहासिक निरंतरता से नहीं समझते हैं, तो प्राचीन चीन, आधुनिक चीन और भविष्य के चीन को समझना और भी असंभव है.

कन्फ्यूशियस के जन्म की स्मृति में आयोजित एक अंतरराष्ट्रीय शैक्षणिक संगोष्ठी में, उन्होंने एक बार चीन के प्रति बाहरी दुनिया की समझ के लिए चीनी पारंपरिक संस्कृति के महत्व की चर्चा की.

उन्होंने कहा, “आज के चीन और आज के चीनी लोगों को समझने के लिए, हमें चीन की सांस्कृतिक रक्तरेखा को गहराई से समझना चाहिए और चीनी लोगों को पोषण देने वाली सांस्कृतिक मिट्टी को सही ढंग से समझना चाहिए. चीनी पारंपरिक विचार और संस्कृति की मूल सामग्री चीनी राष्ट्र का सबसे बुनियादी सांस्कृतिक जीन बन गई है.”

चीनी राष्ट्रपति शी सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण को बहुत महत्व देते हैं. 2019 में मोगाओ ग्रोटोज़ में अपने निरीक्षण और शोध के दौरान, उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि मोगाओ ग्रोटोज़ की रक्षा करना और तुनहुआंग संस्कृति का अच्छा उत्तराधिकार करना विश्व सभ्यता की प्रगति के लिए चीनी राष्ट्र की जिम्मेदारी है.

मार्च 2014 में, पहली बार यूनेस्को का दौरा करते हुए शी ने मानव सभ्यता की प्रगति और दुनिया के शांतिपूर्ण विकास की ऊंचाई पर खड़े होकर अपने भाषण में सभ्यता के बारे में चीन के दृष्टिकोण को गहराई से समझाया और सभ्यताओं के बीच आपसी सीखने का महत्वपूर्ण प्रस्ताव सामने रखा.

शी ने बताया कि चीनी सभ्यता हजारों सालों से चली आ रही है और कई मुसीबतों से बची हुई है. यह मानव सभ्यता का चमत्कार है और हमारे आत्मविश्वास का आधार है.

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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