दिल्ली: लद्दाख के उपराज्यपाल ने खेल मंत्री मनसुख मंडाविया से की मुलाकात, सौंपा ज्ञापन

New Delhi, 22 नवंबर . केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के उपGovernor कविंदर गुप्ता ने Saturday को New Delhi में केंद्रीय युवा मामले एवं खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने लद्दाख के उभरते खेल पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने, युवाओं की भागीदारी बढ़ाने और केंद्र शासित प्रदेश में विश्व स्तरीय खेल बुनियादी ढांचे के विकास में तेजी लाने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण पहलों पर चर्चा की.

उपGovernor ने Union Minister को एक ज्ञापन सौंपते हुए विंटर गेम्स के एक हब के रूप में लद्दाख की बढ़ती प्रतिष्ठा पर प्रकाश डाला. इस दौरान उन्होंने 2024 और 2025 में खेलो इंडिया विंटर गेम्स के चौथे और पांचवें संस्करण के आइस इवेंट्स के सफल आयोजन का उल्लेख किया. उन्होंने प्रस्ताव दिया कि जनवरी 2026 में खेलो इंडिया विंटर गेम्स (आइस इवेंट्स) के छठे संस्करण की मेजबानी लद्दाख को सौंपी जाए.

कविंदर गुप्ता ने केंद्रीय खेल मंत्री को बताया कि भारतीय खेल प्राधिकरण (एसआईए), क्षेत्रीय केंद्र चंडीगढ़ के कार्यकारी निदेशक ने हाल ही में लेह का दौरा किया था और केंद्र शासित प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा की थी. उन्होंने कहा कि प्रस्तावित केंद्र राष्ट्रीय स्तर के एथलीटों को तैयार करने और क्षेत्र में उन्नत खेल विज्ञान सहायता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान देगा.

उपGovernor ने एनडीएस स्टेडियम, लेह में जिम व फिटनेस सेंटर सहित चल रही परियोजनाओं की स्थिति पर प्रकाश डाला, जहां स्वीकृत धनराशि का पूरा उपयोग किया जा चुका है और शेष कार्यों को पूरा करने और सुविधा को पूरी तरह से कार्यात्मक बनाने के लिए अतिरिक्त धनराशि की मांग की.

कविंदर गुप्ता ने लेह में एथलेटिक्स, मुक्केबाजी और तीरंदाजी के लिए खेलो इंडिया राज्य उत्कृष्टता केंद्र (केआईएससीई) की स्थापना के लिए मंत्रालय का हार्दिक आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि स्पितुक के नवनिर्मित ओपन स्टेडियम में संचालित इस केंद्र ने प्रतिभा पहचान और विकास गतिविधियां शुरू कर दी हैं और स्थानीय युवाओं की इसमें अच्छी-खासी भागीदारी हो रही है.

उन्होंने आगे कहा कि केआईएससीई लद्दाख की उभरती खेल प्रतिभाओं को निखारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. केंद्रीय खेल मंत्री ने उपGovernor को लद्दाख में खेल और युवा विकास पहलों को मजबूत करने में निरंतर सहयोग का आश्वासन दिया.

एमएस/डीएससी