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श्रीनगर, 22 जुलाई . जम्मू-कश्मीर के उपGovernor मनोज सिन्हा ने Tuesday को आतंकवाद पीड़ित परिवारों के लिए एक विशेष पोर्टल की शुरुआत की. इस पोर्टल का उद्देश्य आतंकवाद से प्रभावित परिवारों को त्वरित सहायता, नौकरी और वित्तीय मदद प्रदान करना है.
उपGovernor ने कहा, “यह पहल आतंकवाद से पीड़ित परिवारों को राहत, नौकरी और अन्य सहायता जल्द से जल्द पहुंचाने में मदद करेगी.”
यह वेब पोर्टल गृह विभाग और नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेंटर (एनआईसी) के सहयोग से विकसित किया गया है. यह एक केंद्रीकृत मंच के रूप में काम करेगा, जो जम्मू-कश्मीर के सभी जिलों में आतंकवाद से प्रभावित परिवारों का व्यापक डेटा एकत्र और प्रबंधित करेगा.
इसमें पीड़ितों या उनके परिजनों की संपत्ति पर अतिक्रमण से संबंधित जानकारी भी दर्ज की जाएगी. पोर्टल यह सुनिश्चित करेगा कि कोई भी वास्तविक मामला छूटे नहीं और पात्र परिवारों को समय पर वित्तीय सहायता, मुआवजा और नौकरी मिले. साथ ही, यह फर्जी या दोहरे दावों को रोकने में भी मदद करेगा. उपGovernor मनोज सिन्हा स्वयं पूरे केंद्र शासित प्रदेश में इन मामलों की निगरानी और समीक्षा कर रहे हैं.
उन्होंने बताया कि इस पहल के तहत हर पीड़ित परिवार तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है. इसके लिए जम्मू (0191-2478995) और कश्मीर (0194-2487777) संभागों में टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर शुरू किए गए हैं. ये हेल्पलाइन पीड़ित परिवारों की शिकायतों और लंबित दावों को दर्ज करने के लिए बनाई गई हैं.
इन पर प्रशिक्षित कर्मचारी तैनात हैं, जो हर दावे को औपचारिक रूप से दर्ज कर कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे. लंबित और हल हुए मामलों की नियमित निगरानी के लिए मुख्य सचिव और Police महानिदेशक के कार्यालयों में विशेष निगरानी सेल बनाए गए हैं. ये सेल समय-समय पर मामलों की स्थिति की समीक्षा करेंगे, देरी या अड़चनों का विश्लेषण करेंगे और संबंधित विभागों के साथ मिलकर दावों का समय पर और निष्पक्ष समाधान सुनिश्चित करेंगे.
इस अवसर पर मुख्य सचिव अतल दुल्लू, Police महानिदेशक नलिन प्रभात, गृह विभाग के प्रधान सचिव चंद्राकर भारती, उपGovernor के प्रधान सचिव मंदीप के. भंडारी, सामान्य प्रशासन विभाग के आयुक्त सचिव एम. राजू, कश्मीर के संभागीय आयुक्त विजय कुमार बिधूड़ी, जम्मू के संभागीय आयुक्त रमेश कुमार, कश्मीर के Police महानिरीक्षक वी.के. बिरदी, जम्मू के Police महानिरीक्षक भीम सेन तुती और एनआईसी के एसआईओ जसकरण सिंह मोदी उपस्थित थे.
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वीकेयू/जीकेटी