जम्मू, 31 जुलाई . लद्दाख में हुई एक दुर्घटना में लेफ्टिनेंट कर्नल और सेना के जवान शहीद हो गए. लद्दाख के उपराज्यपाल कविंदर गुप्ता ने इसपर दुख जताया.
उपराज्यपाल कविंदर गुप्ता ने कहा, “यह बहुत दुखद घटना है. हालांकि, लद्दाख की सड़कें बहुत अच्छी हैं, लेकिन कुछ चुनौतीपूर्ण स्थान हैं, जिस कारण ऐसी घटनाएं हो जाती हैं. मैं शहीद के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. हादसे के पीछे क्या वजह रही, अभी इसकी पूरी जानकारी नहीं है, लेकिन जब भी हमारे जवान जो देशहित के लिए काम करते हैं और फिर ऐसा हादसा होता है तो बहुत दुख होता है.”
दरअसल, केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के लेह जिले में Wednesday को लुढ़कते हुए पत्थर से वाहन टकरा गया, जिसमें एक लेफ्टिनेंट कर्नल और एक सेना के जवान की जान चली गई और तीन सैन्य अधिकारी घायल हो गए.
एक अधिकारी ने बताया, “आज सुबह करीब 11:30 बजे जब सेना का काफिला दुरबुक से चोंगताश जा रहा था, तभी सेना का वाहन एक पत्थर की चपेट में आ गया. इस दुर्घटना में एक लेफ्टिनेंट कर्नल और एक जवान की जान चली गई, जबकि मेजर रैंक के दो अधिकारी और एक कैप्टन घायल हो गए.”
अधिकारी के अनुसार, घायलों को इलाज के लिए लेह के सेना अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
अधिकारियों ने बताया, “हादसे में जान गंवाने वालों की पहचान लेफ्टिनेंट कर्नल भानु प्रताप सिंह और लांस दफादार दलजीत सिंह के रूप में हुई है. घायलों की पहचान मेजर मयंक शुभम, मेजर अमित दीक्षित और कैप्टन गौरव के रूप में हुई है.”
हालांकि, इसे एक सुरक्षित ड्राइविंग क्षेत्र माना जाता है, लेकिन लद्दाख का पहाड़ी इलाका अपनी ऊंचाई और ऊबड़-खाबड़ भौगोलिक स्थिति के कारण कभी-कभी ड्राइवरों के लिए चुनौती बन जाता है.
किसी गुजरते वाहन से लुढ़कते पत्थर के टकराने जैसी अप्रत्याशित दुर्घटनाओं को कम से कम एक दुर्भाग्यपूर्ण त्रासदी ही कहा जा सकता है.
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एससीएच/डीकेपी