त्रिपुरा में वाम मोर्चा और कांग्रेस मिलकर लड़ेंगे चुनाव, माकपा ने त्रिपुरा पूर्व से उम्मीदवार का किया ऐलान

अगरतला, 17 मार्च . मार्क्‍सवादी कम्‍युनिस्‍ट पार्टी (माकपा) के नेतृत्व वाले वाम मोर्चा ने रविवार को त्रिपुरा पूर्व लोकसभा सीट (एसटी) के लिए अपने उम्मीदवार की घोषणा की और त्रिपुरा पश्चिम सीट पर कांग्रेस का समर्थन करने का फैसला किया.

सीपीआई-एम की राज्य समिति और वाम मोर्चा की अलग-अलग बैठकों के बाद, वाम मोर्चा के संयोजक नारायण कर ने कहा कि पूर्व सीपीआई-एम विधायक राजेंद्र रियांग त्रिपुरा पूर्व लोकसभा सीट के लिए वाम दल के उम्मीदवार होंगे, जो आदिवासियों के लिए आरक्षित है.

उन्होंने कहा कि माकपा की पश्चिम जिला समिति के सचिव पूर्व विधायक रतन दास को रामनगर विधानसभा सीट से मैदान में उतारा जाएगा, जहां 19 अप्रैल को उपचुनाव होना है. भाजपा विधायक सुरजीत दत्ता के 28 दिसंबर को निधन हो जाने के कारण यह विधानसभा सीट खाली हो गई थी.

वामपंथी नेता ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि वाम मोर्चा ने इंडिया गठबंधन के हिस्से के रूप में भाजपा को हराने के लिए गठबंधन के सहयोगियों के साथ मिलकर चुनावी लड़ाई लड़ने का फैसला किया है.

माकपा के राज्य सचिव जितेंद्र चौधरी ने कहा कि वाम दल जल्द ही प्रचार अभियान की कार्यसूची और अन्य रणनीतियां तैयार करने के लिए कांग्रेस व गठबंधन के अन्य सहयोगियों के साथ बैठकें करेंगे.

कांग्रेस ने 8 मार्च को अपने प्रदेश पार्टी अध्यक्ष आशीष कुमार साहा को त्रिपुरा पश्चिम लोकसभा सीट से नामांकित किया.

माकपा ने 1952 के बाद से दोनों सीटों पर कई बार जीत हासिल की है, जबकि कांग्रेस ने भी कई बार जीत हासिल की है.

भाजपा ने 2019 में पहली बार दोनों सीटें जीतीं, जिसमें केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्यमंत्री प्रतिमा भौमिक (त्रिपुरा पश्चिम) और शिक्षक से नेता बनीं रेबती त्रिपुरा (त्रिपुरा पूर्व) विजयी रहीं. हालांकि, इस बार दोनों को टिकट नहीं दिया गया है और ‘महारानी’ कृति सिंह देबबर्मा और पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब को क्रमशः त्रिपुरा पूर्व लोकसभा और त्रिपुरा पश्चिम सीटों के लिए नामित किया गया है.

छत्तीसगढ़ की निवासी कृति सिंह देबबर्मा पूर्ववर्ती शाही राजवंश के सदस्य देबबर्मा, टिपरा मोथा पार्टी (टीएमपी) सुप्रीमो और शाही वंशज प्रद्योत बिक्रम माणिक्य देब बर्मन की बड़ी बहन हैं.

पश्चिम त्रिपुरा संसदीय सीट के लिए सात चरणों के लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होगा, जबकि त्रिपुरा पूर्व (एसटी) निर्वाचन क्षेत्र के लिए दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान होगा.

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