लेबनान: इजरायली हमलों के बाद लाखों लोग बेघर, यूएनएचसीआर चीफ ने लिया जायजा

दमिश्क, 8 अक्टूबर . संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त (यूएनएचसीआर) फिलिपो ग्रांडी ने सीरिया और लेबनान की सीमा पर स्थित जेडीडेट याबूस क्रॉसिंग का दौरा किया. इजरायली हमले शुरू होने के बाद से लाखों लोग लेबनान से सीरिया पहुंचे हैं.

ग्रांडी ने सोमवार को एक्स पर लिखा, ‘मैं सीरियाई/लेबनानी सीमा पर हूं, जहां लेबनान में इजरायली हवाई हमले बढ़ने के बाद से 23 सितंबर से अब तक 25 लाख लोग आ चुके हैं.”

समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने सीरिया की सरकारी समाचार एजेंसी सना के हवाले से बताया कि वर्तमान में लेबनान में 12 लाख से अधिक लोग विस्थापित हो चुके हैं.

ग्रांडी ने जानकारी दी कि सीरिया में आने वाले लोगों की मदद के लिए यूएनएचसीआर के साथ स्थानीय अधिकारी, सीरियाई रेड क्रिसेंट, संयुक्त राष्ट्र और अन्य भागीदार चौबीस घंटे काम कर रहे हैं.

ग्रैंडी ने बताया कि उन्होंने लेबनान से सीरिया जा रहे सभी लोगों और उनमें से कई को शरण देने वाले परिवारों की जरूरतों को पूरा करने के लिए 324 मिलियन डॉलर की अपील की.

इससे पहले सोमवार को सीरिया के अल-वतन ऑनलाइन अखबार ने देश के इमिग्रेशन और पासपोर्ट निदेशालय के हवाले से कहा कि 23 सितंबर से लेबनान से 91,000 लेबनानी और 239,000 सीरियाई नागिरक सीरिया पहुंच चुके हैं.

23 सितंबर से, इजरायल ने लेबनान में हवाई हमले तेज कर दिए. उसका कहना है कि यह कार्रवाई लेबानानी संगठन हिजबुल्ला के खात्मे के लिए की जा रही है.

27 सितंबर को बेरूत के दक्षिणी उपनगर में एक महत्वपूर्ण हमले में हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह और उसके कई सहयोगी मारे गए. वहीं इजरायल ने दक्षिणी लेबनान में जमीनी सैन्य अभियान भी शुरू कर दिया.

8 अक्टूबर, 2023 को हिजबुल्लाह ने गाजा में हमास के प्रति एकजुटता जाहिर करते हुए इजरायल पर रॉकेट दागने शुरू किए थे. नवीनतम घटनाक्रम इसी संघर्ष का विस्तार है.

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