बेरूत, 26 सितंबर (शिन्हुआ). लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की आपातकालीन बैठक के दौरान लेबनान में अस्थायी युद्धविराम प्रस्ताव का स्वागत किया है और इजरायल से क्षेत्रीय सुरक्षा बहाल करने का आग्रह किया है.
लेबनानी मंत्रिपरिषद द्वारा गुरुवार को जारी एक बयान में यह जानकारी साझा की गई.
मिकाती ने बुधवार को लेबनान पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपातकालीन बैठक में कहा, “प्रस्ताव के कार्यान्वयन की कुंजी अंतर्राष्ट्रीय प्रस्तावों को लागू करने के लिए इजरायल की प्रतिबद्धता है.”
यह देश की बिगड़ती स्थिति पर एक सप्ताह से भी कम समय में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की दूसरी बैठक थी.
मिकाती ने कहा, “यहां मेरी उपस्थिति का उद्देश्य इस सत्र से एक गंभीर समाधान निकालना है, जो सुरक्षा परिषद के सभी सदस्यों के संयुक्त प्रयासों पर आधारित होगा, ताकि इजरायल पर सभी मोर्चों पर तत्काल युद्ध विराम लगाने तथा हमारे क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता बहाल करने के लिए दबाव डाला जा सके.”
मिकाती ने 2006 में जारी संयुक्त राष्ट्र संकल्प 1701 के प्रति लेबनान की प्रतिबद्धता की पुष्टि की और यूएनएससी से सभी कब्जे वाले लेबनानी क्षेत्रों से इजरायल की वापसी सुनिश्चित करने और इसके दैनिक उल्लंघनों को रोकने के लिए गंभीरता से और तुरंत काम करने की अपील की.
उन्होंने गाजा पर इजरायली आक्रमण को तत्काल रोकने की अपील की.
उन्होंने कहा कि इसके दुष्परिणाम सीधे तौर पर लेबनान और अन्य क्षेत्रों को प्रभावित करेंगे.
उन्होंने चेतावनी दी कि यदि शीघ्र समाधान नहीं किया गया तो स्थिति पूरे मध्य पूर्व में बिगड़ सकती है.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, “लेबनान में आज अभूतपूर्व वृद्धि देखी जा रही है, दुश्मन लोगों को नुकसान पहुंचाने के लिए नए तरीकों, खासकर इलेक्ट्रॉनिक तरीकों का सहारा ले रहा है.”
उन्होंने इजरायल के इस दावे का खंडन किया कि उसके हमलों में केवल हिजबुल्लाह सदस्यों और आतंकवादियों को निशाना बनाया गया है.
बुधवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपातकालीन बैठक के दौरान, फ्रांस ने संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ संयुक्त राष्ट्र कूटनीति में बातचीत के लिए रास्ता बनाने हेतु लेबनान में 21 दिन के युद्धविराम का प्रस्ताव रखा.
गुरुवार को इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने एक बयान में इस बात से इनकार किया कि देश लेबनानी सशस्त्र समूह हिजबुल्लाह और लेबनानी राजनीतिक दलों के साथ युद्ध विराम पर सहमत हो गया है.
इस बीच, इजरायल के विदेश मंत्री इजरायल कैट्ज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि इजरायल युद्धविराम पर विचार नहीं करेगा.
सोमवार और मंगलवार को, इजराइल ने 2006 के बाद से लेबनान पर अपने सबसे बड़े हमले किए, जिसके परिणामस्वरूप पूरे देश में 550 से अधिक मौतें और 1,800 से अधिक लोग घायल हुए.
इसने बुधवार शाम को पूर्वी और दक्षिणी लेबनान पर गहन हवाई हमले फिर से शुरू किए, पूर्वी लेबनान में बालबेक, हर्मेल और पश्चिमी बेका के क्षेत्रों पर लगभग 70 छापे मारे.
लेबनान के पर्यावरण मंत्री नासिर यासीन ने बुधवार को कहा कि इजरायल की बमबारी के कारण पिछले 72 घंटों में 1,50,000 से अधिक निवासी विस्थापित हो गए हैं.
इस वृद्धि ने इजरायल और लेबनान के बीच संभावित संघर्ष के बारे में चिंता बढ़ा दी है, साथ ही यह भी आशंका है कि अन्य क्षेत्रीय शक्तियां भी इसमें शामिल हो सकती हैं.
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एकेएस/जीकेटी