बेरूत, 3 अगस्त . लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने आगाह किया है कि क्षेत्र में तनाव बढ़ने की आशंका बढ़ रही है और आगामी दिनों में खतरा बढ़ सकता है.
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री ने यह बयान 79वें सेना दिवस के अवसर पर लेबनानी सेना मुख्यालय के दौरे के दौरान दिया. सेना दिवस प्रत्येक वर्ष एक अगस्त को मनाया जाता है.
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, नजीब मिकाती ने कहा कि क्षेत्र में जो घटनाएं हो रही हैं वे चिंताजनक हैं और यह दिखाती हैं कि खतरा बढ़ रहा है. यह एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में फैल सकता है.
प्रधानमंत्री ने कहा, “दक्षिण, बेकआ और बेरूत के दक्षिणी उपनगर में हमारे लोग अभी भी इजरायली हमलों का सामना कर रहे हैं. हमलों में सैकड़ों लोग शहीद और घायल हुए हैं, जिनमें नागरिक, सैनिक और लड़ाके शामिल हैं. इनमें विस्थापित परिवार और अपने घरों और संपत्तियों को खोने और उनकी संपत्तियों को गंवाने वाले ही शामिल है.”
उन्होंने कहा, “हम सभी उपलब्ध साधनों के माध्यम से अपनी भूमि, संप्रभुता और सम्मान की रक्षा करने के अपने अधिकार को लेकर प्रतिबद्ध हैं. इस विकल्प में कोई हिचकिचाहट नहीं है, चाहे इसके लिए कितना भी बड़ा बलिदान क्यों न देना पड़े.”
पीएम ने आगे कहा कि “हमने अपने सहयोगी और मित्र देशों को सूचित कर दिया है कि हम युद्ध के नहीं, बल्कि शांति के समर्थक हैं. हम अपने प्रिय दक्षिण के कब्जे वाले हिस्सों को पुनः प्राप्त करके स्थायी स्थिरता चाहते हैं.”
इजरायल और लेबनान के बीच सीमा क्षेत्र में तनाव उस समय बढ़ गया, जब एक इजरायली ड्रोन ने मंगलवार शाम को बेरूत के दक्षिणी उपनगर दहिएह में हिजबुल्लाह के शूरा परिषद के निकट एक स्थान पर तीन मिसाइलें दागीं. इन हमलों में हिजबुल्लाह के शीर्ष सैन्य कमांडर फउद शुकर और सात नागरिक मारे गए थे.
हिजबुल्लाह के महासचिव हसन नसरल्लाह ने उचित समय और स्थान पर इजरायली हमले का जवाब देने की धमकी दी है.
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एफजेड/केआर