केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, जेपी नड्डा समेत नेताओं ने दी कोजगरा पर्व की शुभकामनाएं

New Delhi, 6 अक्टूबर . केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत अन्य नेताओं ने Monday को कोजगरा पर्व की शुभकामनाएं दी.

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने social media प्लेटफॉर्म एक्स पोस्ट में लिखा कि समस्त मिथिला क्षेत्रवासियों को कोजगरा की हार्दिक शुभकामनाएं. सौंदर्य, प्रेम और सुखद दांपत्य जीवन का यह प्रतीक पर्व जन-जन के कल्याण का माध्यम बने. माता लक्ष्मी और चंद्रदेव से सभी की समृद्धि और सौभाग्य की कामना करता हूं.

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक्स पोस्ट में लिखा कि ‘कोजगरा’ पर्व की समस्त मिथिलावासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं. वैभव, समृद्धि और खुशहाली का यह पावन लोकपर्व सभी के जीवन में खुशियां लेकर आए. धनदेवी माता लक्ष्मी, भगवान श्रीकृष्ण और चंद्रदेव जी की कृपा सभी पर सदैव बनी रहे.

बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने एक्स पोस्ट में लिखा कि सभी मैथिली परिवारजनों को लोकपर्व कोजागरा की हार्दिक शुभकामनाएं. यह पावन रात्रि मां लक्ष्मी और चंद्रदेव की कृपा से सभी के जीवन में समृद्धि, सौभाग्य और सुख का उजियारा भर दे. सौंदर्य, प्रेम और मधुर दांपत्य का प्रतीक यह पर्व मिथिला की परंपरा, आस्था और आनंद का संदेश हर घर तक पहुंचाए.

जदयू सांसद संजय झा ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा है कि शरद पूर्णिमा और मिथिला के लोकपर्व कोजागरा के शुभ अवसर पर सभी को हार्दिक शुभकामनाएं. हम मां लक्ष्मी से प्रार्थना करते हैं कि नवविवाहितों का जीवन सुखमय दांपत्य जीवन से परिपूर्ण हो और समस्त मिथिलावासियों को सुख, समृद्धि तथा उत्तम स्वास्थ्य का आशीर्वाद प्राप्त हो.

बता दें कि मिथिला में कोजगरा पर्व का बहुत बड़ा महत्व है. यह सिर्फ केवल धार्मिक नहीं, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक रूप से भी मिथिलावासी इस खास पर्व को वर्षों से मनाते आ रहे हैं. यह पर्व प्रकृति, प्रेम और समृद्धि के प्रति मिथिला की गहरी आस्था को दर्शाता है.

मिथिला में नवविवाहित महिलाएं इस दिन विशेष रूप से सजती-संवरती हैं और अपने पति के साथ पूजा में भाग लेती हैं. यह उनके दांपत्य जीवन की शुरुआत को शुभ और सुखमय बनाने का अवसर होता है. इस दिन एक विशेष भोज का आयोजन किया जाता है जिसमें करीबी रिश्तेदारों को बुलाया जाता है. मिथिला की परंपरा के अनुसार, भोजन के बाद मेहमानों को मखाना और पान भी दिया जाता है.

यह परंपरा आज भी मिथिला के कई क्षेत्रों में जिंदा है.

डीकेएम/एएस