New Delhi, 20 अगस्त . भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की 81वीं जयंती पर Wednesday को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत नेताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की.
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर पोस्ट किया. पीएम ने लिखा, “आज पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती पर उन्हें मेरी श्रद्धांजलि.“
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लिखा, “भारत के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती पर नमन.“
भाजपा सांसद नवीन जिंदल ने लिखा, “पूर्व पीएम राजीव गांधी को उनकी जयंती पर स्मरण करते हुए, जिनका तकनीकी रूप से उन्नत और आधुनिक भारत का दृष्टिकोण हमारे राष्ट्र की प्रगति को प्रेरित करता रहता है.“
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री छगन भुजबल ने लिखा, “भारत की युवा शक्ति को मताधिकार देने, पंचायती राज सुधार, कंप्यूटरीकरण एवं दूरसंचार क्रांति जैसे दूरगामी निर्णयों से भारत की प्रगति के नए क्षितिज खोलने वाले, भारत के पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न राजीव गांधी की जयंती पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि! उनकी जयंती पर राष्ट्रीय सद्भावना दिवस मनाया जाता है.“
राजद नेता तेजस्वी यादव ने लिखा, “देश को आधुनिकता और उदारीकरण की ओर ले जाने वाले, सूचना, सम्पर्क व कम्प्यूटर क्रांति के प्रणेता, पंचायती राज व्यवस्था को मजबूती देने वाले तथा देश की नीति के लिए प्राण गंवाने वाले पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की जयंती पर कोटिशः नमन! उनकी दूरदर्शिता और तकनीक प्रेम का लाभ आज पूरे देश को मिल रहा है.”
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने लिखा, “दिल्ली में “वीरभूमि” पहुंचकर भारत के पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न राजीव गांधी की जयंती पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की. वे दूरदर्शी सोच वाले व्यक्ति थे जिन्होंने देश में सूचना क्रांति की नींव रखकर उसे एक नए युग की ओर अग्रसर किया. युवाओं की लोकतंत्र में भागीदारी सुनिश्चित करने, पंचायती राज को मजबूती देने जैसे अनेक कार्यों के लिए उन्हें सदैव याद किया जाएगा. भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में उनका योगदान अतुलनीय है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेश बघेल ने लिखा, “पूर्व प्रधानमंत्री ‘भारत रत्न’ राजीव गांधी की जयंती पर हम सभी उन्हें शत्-शत् नमन करते हैं. उनके प्रगतिशील विचारों ने भारत को नई दिशा दी. भारत में सूचना एवं प्रौद्योगिकी तथा दूरसंचार क्रांति का सूत्रपात करने के साथ ही साथ उन्होंने पंचायती राज व्यवस्था को सशक्त बनाया और युवाओं को 18 वर्ष में मतदान का अधिकार भी दिया. उनकी विरासत को जीवित रखते हुए हम एक समृद्ध, समावेशी और प्रगतिशील भारत के निर्माण हेतु संकल्पित हैं.”
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डीकेएम/एएस