अमृतसर पुलिस की नशे के खिलाफ बड़ी कामयाबी, 7,465 ट्रामाडोल गोलियां और 6 किलो हेरोइन बरामद

अमृतसर, 31 जुलाई . अमृतसर पुलिस ने नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में बड़ी सफलता हासिल की है. पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर की अगुवाई में 7,465 ट्रामाडोल गोलियां, 6 किलो हेरोइन, 7 लाख 70 हजार रुपए की ड्रग मनी और सामान बरामद किए गए हैं. यह कार्रवाई अमृतसर से लेकर उत्तराखंड तक पेशेवर जांच के तहत की गई, जिसमें कई स्थानों पर छापेमारी हुई.

अमृतसर पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने जानकारी साझा करते हुए बताया कि इस मामले में अब तक 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. जांच की शुरुआत 35 ट्रामाडोल गोलियों की बरामदगी से हुई, जो मेडिकल स्टोर, सेल्समैन और फार्मा कंपनियों तक पहुंची. सबसे पहले रविंदर निक्का को पकड़ा गया, जिसके खिलाफ पहले से दो केस दर्ज हैं. इसके बाद कठूनंगल में मेडिकल स्टोर चलाने वाले कुलविंदर पिंडा, पूर्व फार्मा सेल्समैन मनीष अरोड़ा, जो एनडीपीएस एक्ट में दोषी ठहराया जा चुका है और 12-13 साल से मेडिकल स्टोर में काम करने वाले पूरण जतन को हिरासत में लिया गया.

सबूतों के आधार पर 29 जुलाई को उत्तराखंड के रुड़की और हरिद्वार में एक फार्मा फर्म पर छापा मारा गया. इस छापेमारी में पंजाब के ड्रग इंस्पेक्टर सुखदीप सिंह, उत्तराखंड की अनीता भारती और हरी किशोर शामिल थे. फर्म के मालिक विक्रम सैनी और मैनेजर हरि किशोर से स्टॉक रजिस्टर और सप्लाई चेन के दस्तावेज मांगे गए, लेकिन वे कोई कानूनी कागजात पेश नहीं कर सके. फर्म से 3 क्विंटल 25 किलो रॉ-मटेरियल और गोलियां बरामद हुई. ये गोलियां अमृतसर समेत अन्य जगहों पर बेची जा रही थी.

जांच में खुलासा हुआ कि अमृतसर में पकड़ी गई ट्रामाडोल गोलियों के बैच नंबर रीकॉल लाइफ साइंसेज, रुड़की को सप्लाई होने थे, लेकिन उनकी मैन्युफैक्चरिंग ड्रम फार्मास्युटिकल, मेरठ द्वारा की गई थी. यह नकली दवाओं और जालसाजी के बड़े नेटवर्क की ओर इशारा करता है.

इस कार्रवाई में डीसीपी इन्वेस्टिगेशन रविंदरपाल सिंह, एडीसीपी जसरूप बाठ, एसीपी शीतल और एसएचओ अमनदीप की अहम भूमिका रही.

पुलिस कमिश्नर ने कहा कि यह सफलता पुलिस की मेहनत और समर्पण का नतीजा है. गिरफ्तार आरोपी रिमांड पर हैं, और कई अन्य फार्मा कंपनियों व लिंक की जांच जारी है. पुलिस का यह अभियान नशे के कारोबार पर लगाम लगाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है.

एकेएस/एबीएम